नर्मदापुरम में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत गुरुवार को रैली निकाली गई। स्कूली छात्र-छात्राओं ने स्लोगन लिखी तख्तियां हाथ में लेकर बाल विवाह न करने का संदेश दिया। एसएनजी स्कूल मैदान पर सोशल वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन ने शपथ ग्रहण व रैली का आयोजन किया। डिप्टी कलेक्टर बबीता राठौड़ बाल विवाह मुक्त बनाने का संकल्प दिलाया। ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान के उद्घाटन के मौके पर जिला प्रशासन ने बाल विवाह के खिलाफ काम कर रहे गैर सरकारी संगठन विदिशा सोशल वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन नर्मदापुरम के साथ मिलकर जागरूकता रैली निकाली। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी शामिल हुईं
एसएनजी स्कूल, शासकीय कन्या शाला और अनेक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल हुई। डिप्टी कलेक्टर राठौर ने कलश की पूजन कर यात्रा की शुरुआत कीI वेलफेयर आर्गनाइजेशन के जिला प्रभारी सचिंद्र चौरे ने बताया वर्तमान में देश में 23 प्रतिशत से ज्यादा लड़कियों का बाल विवाह होता है जो न सिर्फ जीवन साथी चुनने के उनके अधिकार का हनन है। ‘जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन’
बल्कि इससे लड़कियों की शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ रोजगार और आर्थिक निर्भरता की उनकी संभावनाओं पर भी बेहद बुरा असर होता है। सरकार की योजना इस अभियान में सभी को साथ लेकर चलने की है। ‘जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन’ का सहयोगी संगठन होने के नाते हम इसमें पूरी तरह साथ हैं। हमें विश्वास है कि सरकार और नागरिक समाज के साझा प्रयासों से भारत 2030 से पहले ही बाल विवाह के खात्मे के लक्ष्य को हासिल कर सकता है। इस अवसर पर एसएनजी स्कूल प्राचार्य संदीप शुक्ला, और शासकीय कन्या शाला प्राचार्य अर्चना मिश्रा समेत अन्य मौजूद रहे।
तस्वीरों में देखें रैली