इंदौर को फ्लाईओवर सिटी बनाने की तैयारी:BRTS पर 5 नए फ्लाईओवर के लिए सर्वे, टोटल 19 ब्रिज बनाने का प्लान

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इंदौर में बीआरटीएस को हटाकर यहां पर फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। कुल 8 फ्लाईओवर बनना हैं। जिसमें से 2 का काम चल रहा है, जबकि एक बनकर तैयार हो गया है। वहीं 5 फ्लाई ओवर बनाने के लिए इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) ने तैयारी शुरू कर दी है। आईडीए ने बीआरटीएस पर बनने वाले 5 फ्लाई ओवर के लिए फिजिबिलिटी सर्वे का टेंडर जारी कर सर्वे करने वाली एजेंसी तय कर ली है। यह 5 फ्लाईओवर बनने पर एबी रोड पर चलने वाले वाहन चालकों के 10 से 15 मिनट बच जाएंगे। इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालिक अधिकारी आरपी अहिरवार ने बताया कि एबी रोड पर पहले एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जा रहा था। लेकिन अब उसके स्थान पर फ्लाईओवर बनाने का निर्णय लिया गया है। एलआईजी चौराहा, इंडस्ट्री हाउस से पलासिया, गीता भवन चौराहा, शिवाजी वाटिका से जीपीओ चौराहा और नवलखा चौराहे पर फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। हमें एलिवेटेड कॉरिडोर की जगह फ्लाईओवर के लिए फिजिबिलिटी सर्वे कराने के निर्देश मिले थे। आईडीए ने सर्वे के लिए एक टेंडर निकाला था। हमने एक एजेंसी का चयन कर लिया है। यह एजेंसी 5 जगहों पर कहां फ्लाईओवर बन सकते हैं, उनका स्वरूप क्या होगा, हाइट क्या रहेगी, लंबाई कितनी रहेगी इन सब पाइंट पर सर्वे करेगी। सर्वे का काम जल्द शुरू हो जाएगा। पहले जानिए उन चौराहों के बारे में जहां पर बनाए जाएंगे 5 फ्लाईओवर… 1. एलआईजी चौराहा एलआईजी चौराहे पर पहला फ्लाईओवर बनाया जाएगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यहां 565 मीटर का फ्लाई ओवर बनाया जाएगा। 2. इंडस्ट्री हाउस चौराहा यहां पर बनने वाला फ्लाईओवर पलासिया चौराहे तक बनेगा। इस फ्लाई ओवर में दो रैम्प भी बनाए जाएंगे। फ्लाई ओवर 850 मीटर का होगा। वहीं रैम्प 300-300 मीटर के होंगे। 3. गीता भवन चौराहा गीता भवन चौराहे पर बनने वाल यह फ्लाईओवर सबसे छोटा होगा। यह फ्लाई ओवर 460 मीटर का होगा। यह किस दिशा में बनेगा यह तय नहीं है। 4. शिवाजी वाटिका चौराहा यहां पर बनने वाला फ्लाईओवर सबसे लंबा फ्लाई ओवर होगा। यह शिवाजी वाटिका चौराहे से जीपीओ चौराहे तक बनेगा। इसकी लंबाई करीब 1185 मीटर होगी। 5. नौलखा चौराहे इस चौराहे पर बनने वाला फ्लाईओवर 555 मीटर का बनाया जाएगा। यह किस स्वरूप में बनाया जाएगा। इसको लेकर अभी कुछ तय नहीं हो पाया है। अब जानिए बीआरटीएस पर किन 2 फ्लाईओवर का काम चल रहा है… 1. निरंजनपुर-देवास नाका चौराहा फ्लाई ओवर इस फ्लाईओवर का काम इसी साल 2024 में शुरू हुआ है। 74.49 करोड़ रुपए की राशि से बनने वाले फ्लाई ओवर को पूरा करने की समय सीमा 24 महीने की रखी गई है। फ्लाईओवर की लंबाई 896 मीटर है। इसे एमपीआरडीसी बना रहा है। 2. सत्यसांई चौराहा फ्लाईओवर फ्लाईओवर बनाने में 62.33 करोड़ रुपए की लागत आ रही है। इस फ्लाईओवर का निर्माण भी इसी साल शुरू हुआ है। विभाग ने इस फ्लाईओवर को पूरा करने के लिए सितम्बर 2025 तक की समय सीमा तय की है। इसे भी एमपीआरडीसी बना रहा है। बीआरटीएस पर 1 फ्लाईओवर बनकर हो गया शुरू… बीआरटीएस कॉरिडोर पर भंवरकुआं फ्लाईओवर बनकर शुरू हो गया है। इस फ्लाईओवर का शुभारंभ पिछले दिनों सीएम मोहन यादव ने किया था। यहां पर बना फ्लाईओवर 25 मीटर लंबा, 24 मीटर चौड़ा और 6 लेन का है। इसे 55.77 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। इस फ्लाईओवर के बनने से भंवरकुआं, टावर चौराहा, खंडवा रोड़ और नौलखा की तरफ आवाजाही में 10 से 15 मिनट बच रहे हैं। सूत्रों की माने तो यहां बनने वाले 5 फ्लाईओवर के लिए ही बीआरटीएस को खत्म करने का निर्णय लिया गया है। फ्लाईओवर बनने से बीआरटीएस की लंबाई 11.5 किमी से घटकर लगभग 7 से 8 किमी ही रह जाती। वहीं बीआरटीएस के कई स्टेशन भी फ्लाईओवर की जद में आने से खत्म हो जाते। बीआरटीएस पर बनना था एलिवेटेड कॉरिडोर, सर्वे रिपोर्ट में उपयोगिता सिर्फ 3 प्रतिशत बीआरटीएस पर पहले एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जा रहा था। लेकिन अब इसकी जगह पर फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। एलिवेटेड कॉरिडोर प्रोजेक्ट को प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने दिल्ली जाकर मंजूर करवाया था। इस प्रोजेक्ट के लिए तत्कालीन मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर 350 करोड़ रुपए की राशि मंजूर करवाई थी। वहीं कुछ माह पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस कॉरिडोर को लेकर बैठक बुलाई और उसमें लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार और मंजूर की गई डिजाइन के मुताबिक काम शुरू करने के निर्देश दिए। लेकिन बाद में इस कॉरिडोर की डिजाइन को लेकर कई महत्वपूर्ण त्रुटियां सामने आने के साथ सर्वे रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ कि इससे मात्र 3 फीसदी यातायात को ही फायदा मिलेगा। जिसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रभारी मंत्री के रूप में इंदौर में अपनी पहली समीक्षा बैठक के दौरान इस कॉरिडोर के प्रोजेक्ट को ही निरस्त करने के निर्देश दे दिए थे। शहर में कुल 19 नए फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव ट्रैफिक की समस्या से निजात दिलाने के लिए इंदौर को फ्लाईओवर सिटी के रूप में विकसित करने की तैयारी है। शहर में फिलहाल 20 फ्लाईओवर हैं, जो प्रदेश में सबसे ज्यादा हैं। प्रशासन ने 1400 करोड़ की लागत से 19 चौराहों पर नए फ्लाईओवर का प्रस्ताव तैयार किया है। प्रशासन ने राजीव गांधी चौराहा, गोपुर चौराहा, चाणक्यपुरी चौराहा, महू नाका, बड़ा गणपति, एमआर 9 एबी रोड, एमआर 9 रोबोट चौराहा, कनाडिया रोड, बायपास कॉरिडोर, टीपीएस 4 और 5 के बीच, बॉम्बे हॉस्पिटल चौराहे के बीच, एमआर 12, एमआर 10 बायपास, एमआर 10 आरओबी चौड़ीकरण, मरीमाता चौराहा तीन लेन, गांधी नगर चौराहा पर नए फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है।