भोपाल रेल मंडल में चौथी लाइन का सर्वे जारी:34 ट्रेनों का 18 से 25 मिनट का समय बचेगा, 160 किमी/घंटा हो जाएगा प्रीमियम ट्रेनों की स्पीड़

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भोपाल रेल मंडल में अब चौथी रेलवे लाइन भी बिछाई जाएगी। जिसका सर्वे चल रहा है। भोपाल रेल मंडल के डीआरएम देवाशीष त्रिपाठी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खंडवा से इटारसी और इटारसी से भोपाल होते हुए बीना तक रेलवे ट्रैक का जल्द ही विस्तार किया जाएगा। जल्द ही इस रूट पर नए ट्रैक का निर्माण होगा। जिससे इस रूट पर ट्रेनों को गति मिलेगी और संख्या बढ़ेगी। भोपाल से बीना चौथी लाइन, भोपाल से इटारसी चौथी लाइन और साथ ही इटारसी-खंडवा रूट का भी तीसरी-चौथी लाइन का सर्वे चल रहा है। यह होगा फायदा
भोपाल- इटारसी रेल लाइन पर मालगाड़ी अथवा यात्री गाड़ी के भोपाल स्टेशन से रवाना करने के बाद निशातपुरा- भोपाल के बीच करीब 20 मिनट तक रेल ट्रैफिक बंद रहता था। लेकिन, अब बीना की ओर से आने वाली ट्रेनों के लिए दो ट्रैक होंगे और भोपाल से बीना अप डाउन ट्रेनों के लिए भी दो ट्रैक होंगे। भोपाल से इटारसी होते हुए खंडवा के रूट पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट आसान हो जाएगा। साथ ही सामान के परिवहन में भी काफी लाभ होगा। भुसावल-खंडवा ट्रैक से जोड़ा जाएगा
डीआरएम त्रिपाठी ने बताया कि ये सर्वे पूरा होने के बाद बीना से भोपाल और इटारसी होते हुए 4 लाइन का ट्रैक बनाया जाएगा। जो कि भुसावल-खंडवा के बीच बनाए जा रहे 4 लाइन ट्रैक से जुड़ेगा। भुसावल-खंडवा के बीच 131 किमी लंबी तीसरी और चौथी लाइन की परियोजना का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। त्रिपाठी ने बताया कि भुसावल-खंडवा तीसरी और चौथी लाइन की 131 किमी की परियोजना मुंबई और प्रयागराज रूट को जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण तीन परियोजनाओं में से एक है। जिसकी घोषणा रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को की। परियोजना की कुल लागत लगभग 7,927 करोड़ रुपए है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी। मप्र के खंडवा और चित्रकूट जिले को जोड़ा जाना है। इन दोनों जिलों के 1,319 गांव और लगभग 38 लाख आबादी को कनेक्टिविटी की सुविधा मिलेगी तीसरी रेल लाइन का काम अंतिम चरण में
जनवरी में नया टाइम-टेबल लागू होने के साथ ही शताब्दी-राजधानी समेत भोपाल की ओर आवाजाही करने वाली 34 ट्रेनों के 18 से 25 मिनट तक बचने लगेंगे। रेलवे का दावा है कि बीना से झांसी के बीच तीसरी रेल लाइन का काम दिसंबर में पूरा हो जाएगा। खास बात यह है कि एलएचबी कोच वाली ट्रेनों को दिल्ली से भोपाल तक औसतन 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जा सकेगा। शताब्दी-राजधानी जैसी प्रीमियम ट्रेनों की अधिकतम रफ्तार 160 तक हो जाएगी। रेल अधिकारियों का कहना है कि अभी ओवरऑल 110 की औसत स्पीड मेंटेन हो रही है।