रीवा में आउटसोर्स कर्मचारी संघ रीवा में बड़े आंदोलन की तैयारी में है। जहां 1 दिसंबर को डिप्टी सीएम के आवास पर धरना देने का ऐलान किया गया है। यह ऐलान आउटसोर्स, अस्थाई, अंशकालीन, ग्राम पंचायत कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने किया है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने आंदोलन का ऐलान कर दिया है। आंदोलन की जानकारी वीडियो जारी कर दी गई है। वासुदेव शर्मा ने बताया कि 26 और 27 नवंबर को सभी आउटसोर्स, अस्थाई कर्मचारी काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। 28 नवंबर को तहसील, ब्लॉक और जिला स्तर पर ज्ञापन दिए जाएंगे। 29 नवंबर को अलग-अलग जिला मुख्यालय पर धरना दिए जाएंगे। वहीं रविवार, 1 दिसंबर को रीवा में डिप्टी सीएम के निवास पर धरना दिया जाएगा। वासुदेव शर्मा ने कहा कि हम सब दुखी और आहत हैं। चुप बैठने का मतलब है कंपनियों, नेताओं और अधिकारियों की गुलामी करते रहना। इसीलिए, संगठन ने संघर्ष के चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है। रोजगार में सुरक्षा, मान सम्मान के लिए आंदोलन को सफल बनाना सबकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी है। दिवाली से पहले वेतन और बोनस देने का आदेश सरकार का था। जिस पर कंपनियों ने अमल नहीं किया। त्योहार के दिन रीवा, भोपाल, ग्वालियर सहित कई जिलों में आउटसोर्स, अस्थाई कर्मचारियों ने आंदोलन किए। आउटसोर्स कर्मचारियों के नाराजगी की वजह
आरोप लगाते हुए उन्होंने आगे बताया कि दिवाली जैसे त्यौहार पर भी वेतन और बोनस का भुगतान नहीं किया गया। उल्टे रीवा में संगठन के पांच पदाधिकारियों (जिला अध्यक्ष विपिन पाण्डेय, संभागीय अध्यक्ष शिवेंद्र पाण्डेय, विवेक द्विवेदी, शेषमणि कुशवाह और रवि करण बंसल) को बर्खास्त कर दिया। इसके विरोध में रीवा में आंदोलन शुरू हुआ। सरकार के आदेश पर अमल कराने के लिए शुरू हुए आंदोलन की जानकारी उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल को दी गई। लेकिन उन्होंने भी वेतन और बोनस दिलाने में सहयोग नहीं किया।