रहवासियों में आक्रोश:3 दिन से लापता बच्ची का शव नाले में मिला, बोल नहीं पाती थी, इसलिए मदद तक नहीं मांग पाई

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गुजरात से नाना-नानी के घर बिजलपुर क्षेत्र की शिवसागर कॉलोनी आई 6 साल की लक्षिका, जिसे तीन दिन से तलाशा जा रहा था, सोमवार को उसका शव क्षेत्र के नाले की गाद में धंसा मिला। बच्ची बोल नहीं पाती थी। यही वजह है कि गिरते वक्त वह मदद भी नहीं मांग पाई। मौत की खबर के बाद क्षेत्र में आक्रोश फैल गया, क्योंकि रहवासी उसकी तलाश में जुटे थे। क्षेत्र का चप्पा-चप्पा तक छान चुके थे। जिस खतरनाक जगह से बच्ची गिरी, वहां कोई बाउंड्रीवॉल नहीं थी। रहवासी दो साल से इसकी शिकायत कर रहे थे। पार्षद और निगम अफसरों ने इसकी सुध नहीं ली। आक्रोशित लोगों ने एक घंटे तक चक्काजाम कर दिया। मालूम हो इसी साल सितंबर में भागीरथपुरा में टूटी रैलिंग के कारण नाले में गिरने से 4 साल के मासूम की मौत हो गई थी। एसीपी रुबीना मेजबानी के अनुसार बच्ची लक्षिका शनिवार दोपहर 1.30 बजे से लापता हो गई थी। रविवार रात उसके घर से 250 मीटर दूर गार्डन की तरफ जाने का एक फुटेज मिला। इसी के बाद गार्डन के पास स्थित नाले में सोमवार सुबह सर्चिंग शुरू की गई। सबसे पहले 6 युवकों को नाले में उतारा गया। फिर एसडीआरएफ की टीम कैमरा लेकर नाले में उतरी। फिर दो पोकलेन मशीन बुलाई गई। एक मशीन नाले के निचले हिस्से में गाद साफ कर रही थी। जबकि दूसरी नाले का पानी फेंक रही थी। तभी अचानक गाद में बच्ची का एक पैर दिखा। एक पोकलेन मशीन के पंजे से बच्ची का शव बाहर लाया गया। टाइम लाइन ऐसा खतरनाक स्पॉट कि बचना मुश्किल राजेंद्र नगर टीआई नीरज बिरथरे के अनुसार नाले के आसपास कोई बाउंड्रीवॉल या तार फेंसिंग नहीं थी। ऐसे में नाले के किनारे घास ऊग जाने से वहां की जमीन फिसलन वाली हो गई है। कुछ जगहों पर पत्थर के ढेर भी पड़े हुए हैं। इसी कारण यहां ऐसा खतरनाक स्पॉट बन चुका है कि अगर कोई नाले के किनारे तक आया आैर ध्यान नहीं रहा तो वह सीधे नाले में गिर सकता है। टीआई ने कहा कि ऐसी आशंका है कि बच्ची गार्डन में दौड़ रही होगी तभी वह नाले के किनारे पहुंचने पर असंतुलित होकर सीधे नीचे जा गिरी। फिर नाले से बहती हुई गाद में फंस गई। वह बोलने में भी असमर्थ थी, इसलिए वह आवाज भी नहीं लगा पाई होगी फूटा लोगों का गुस्सा, मिलता रहा आश्वासन जैसे ही बच्ची का शव बाहर निकला तो रहवासियों का गुस्सा फूट पड़ा। वे एबी रोड पर पहुंचे और यहां एक घंटे तक चक्काजाम कर दिया। कॉलोनी के अध्यक्ष मुनेश पाठक ने आरोप लगाया कि हमारी कॉलोनी के गार्डन के पास नाला है। वहां की बाउंड्री टूटी है। हमने कलेक्टर, पार्षद, महापौर, विधायक सहित कई लोगों को शिकायतें की। चुनाव के वक्त नेता आए और बोले जल्दी काम शुरू हो जाएगा। यदि बाउंड्री बन जाती तो हादसा नहीं होता। इसी जगह से चोर भी आ रहे हैं। उधर एक घंटे बाद पुलिस के आश्वासन के बाद रहवासियों ने चक्काजाम खोला। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट: डूबने से ही हुई मौत शव को जिला अस्पताल भेजा गया। यहां वीडियो कैमरे की निगरानी में डॉ. भरत वाजपेयी और डॉ. अर्चना मिश्रा डॉक्टर ने पीएम किया। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में बच्ची के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले। उसकी मौत डूबने से ही होना पाई गई है।