विदिशा के अटल बिहारी वाजपयी मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिला अस्पताल के ब्लड बैंक के सहयोग से यह रक्तदान शिविर आयोजित किया जा रहा है, जो देर शाम तक चलेगा। रक्तदान शिविर में मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस समय रक्त की कमी बनी हुई है, रक्त दान करने से खून की कमी से जूझ रहे मरीजों को इस का लाभ मिलेगा। मानवता की सेवा करना एक सच्ची सेवा है। डॉक्टरों ने बताया कि रक्तदान करने से दिल की सेहत में सुधार, दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को कम माना जाता है। खून में आयरन की ज्यादा मात्रा दिल के दौरे के खतरे को बढ़ा सकती है। नियमित रूप से रक्तदान करने से आयरन की अतिरिक्त मात्रा नियंत्रित हो जाती है। जो दिल की सेहत के लिए अच्छी है। उन्होंने बताया कि कई बार मरीजों के शरीर में खून की मात्रा इतनी कम हो जाती है कि उन्हें किसी और व्यक्ति से ब्लड लेने की आवश्यकता पड़ जाती है। ऐसी ही इमरजेंसी स्थिति में खून की आपूर्ति के लिए लोगों को रक्तदान करने के लिए आगे आना चाहिए। इससे जरूरत मंद की मदद हो सकेगी। 100 यूनिट का रखा लक्ष्य जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रमुख डॉ विमल ने बताया कि रक्तदान शिविर में 100 यूनिट रक्तदान करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने रक्तदान को महादान बताया कि रक्तदान सबसे बड़ा दान है। एक यूनिट रक्त से किसी जरूरतमंद की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने युवाओं से अपील की इस पुनीत कार्य में सहभागी बने।