भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने रविवार को जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं, सफाई और सुरक्षा उपायों का जायजा लिया। सिविल सर्जन सहित अन्य अधिकारी भी उनके साथ उपस्थित रहे। उन्होंने अस्पताल में अग्नि शमन यंत्रों की स्थिति की जांच की और स्टाफ को इनका उपयोग सिखाया। उत्तर प्रदेश के झांसी शहर में होने वाले आगजनी की घटना को ध्यान में रखकर ये निरीक्षण किया गया। कलेक्टर ने अस्पताल के सभी वार्डों का निरीक्षण किया और अग्नि शमन यंत्रों की संख्या व एक्सपायरी डेट की जांच की। उन्होंने सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने की बात कही। स्टाफ की उपस्थिति और अटेंडर्स की संख्या पर नियंत्रण
कलेक्टर ने अस्पताल स्टाफ की उपस्थिति रजिस्टर भी चेक किया और गैरहाजिर कर्मचारियों की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्टाफ की पूरी उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने वार्डों में मरीजों के साथ बड़ी संख्या में अटेंडरों को देखकर चिंता जताई। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिया कि एक मरीज के साथ केवल एक अटेंडर की अनुमति दी जाए। सुधार के दिए निर्देश
कलेक्टर श्रीवास्तव ने कहा कि जिला चिकित्सालय क्षेत्रीय चिकित्सा सुविधाओं का केंद्र है। इसलिए व्यवस्थाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। निरीक्षण के दौरान मिली खामियों को तुरंत सुधारने के आदेश दिए गए।