प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि विजयपुर में होने वाली मतगणना के लिए वन मंत्री और बीजेपी प्रत्याशी रामनिवास रावत ने अपने 40 से अधिक रिश्तेदार अधिकारियों को प्रक्रिया में शामिल कराया है। इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी की गई है। हमने कलेक्टर और एसपी को हटाने के लिए कहा लेकिन नहीं हटाया गया। पटवारी ने कहा कि वे निर्वाचन आयोग से आग्रह करते हैं कि तोता न बने, पिट्ठू न बनें। जिन रिश्तेदारों को ड्यूटी में लगाया है उन्हें हटाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी एससी प्रकोष्ठ की एक शिकायत के मामले में चुनाव आयोग ने कहा है कि इस तरह की कोई शिकायत ही प्राप्त नहीं हुई है जबकि इसकी रिसिप्ट कांग्रेस के पास है। विजयपुर में रावत के रिश्तेदारों के मामले में की गई आपत्ति पर चुनाव आयोग को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करना चाहिए। चुनाव आयोग से कल भी की थी शिकायत कांग्रेस के चुनाव आयोग कार्य प्रदेश प्रभारी जेपी धनोपिया ने कल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में भी इसकी लिखित शिकायत की है। इसमें कहा गया है कि मतगणना के लिए जिन 32 माइक्रो आब्जर्वर को तैनात किया गया है, उसमें से 25 वन मंत्री और बीजेपी प्रत्याशी के समुदाय के और रिश्तेदार हैं। इनमें से 7 उनके निजी संपर्क में भी हैं। कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा ने भी इनके नाम के साथ शिकायत की है और जिला निर्वाचन अधिकारी से इन्हें मतगणना ड्यूटी से बाहर करने की मांग की है। पटवारी ने ये बातें महाराष्ट्र चुनाव प्रचार के दौरान मीडिया से चर्चा में कही हैं। इनकी हुई नामजद शिकायत जिन माइक्रो आब्जर्वर की शिकायत की गई है, उनके नाम भी लिखित में जिला निर्वाचन अधिकारी और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपे गए हैं। इसमें पुखराज मीणा, संजय कुमार मीणा, राकेश कुमार मीणा, विजेंद्र कुमार मीणा, जलधारी मीणा, राजेश कुमार मीणा, राहुल चौधरी, अजय कुमार मीणा, अनिल प्रताप सिंह, अभिषेक मीणा, अवनीत कुमार, आकाश अग्रवाल, ओम शिव मीणा, कपूर सिंह, कृष्ण कुमार मीणा, गोविन्द सिंह मीणा, टिंकू मीणा, दीपक प्रजापति, देवनारायण मीणा, देवेश कुमार, धर्मेंद्र सिंह मीणा, नरेंद्र सिंह, पवन मीणा, मनीष कुमार मीणा, मनोज कुमार शर्मा, मयंक गुप्ता, राजेश दीक्षित, रामनरेश यादव, रामभरत मीणा, लोकेश मीणा, रविन्द्र कुमार मीणा, मोहित श्रीवास्तव के नाम शामिल हैं। पटवारी ने की चुनाव आयोग की निंदा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने यह भी कहा कि उप चुनाव में कांग्रेस ने चुनाव बहुत अच्छा लड़ा है। हम 100 प्रतिशत जीतेंगे, हालांकि कई तरीके से संविधान को ताक पर रखकर व्यवस्था और प्रशासन ने चुनाव में अपनी भूमिका निभाई और भाजपा के पक्ष में काम किया है। इसकी हमने समय-समय पर शिकायत की लेकिन निर्वाचन आयोग ने इसे संज्ञान में नहीं लिया। हमने पुनर्मतदान की मांग की थी। जिस पर निर्वाचन आयोग ने गलत तथ्यों को रखा, जिसकी भी हम निंदा करते हैं। निर्वाचन आयोग से मेरा आग्रह है लोकतंत्र के नाश में सहयोगी न बने, लोकतंत्र की रक्षा करें।