सागर के शासकीय इंदिरा गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में चल रही पुलिस आरक्षक भर्ती की शारीरिक परीक्षा के दौरान एक अभ्यर्थी फर्जी दस्तावेज के साथ पकड़ाया है। वह होमगार्ड सैनिक का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर परीक्षा में शामिल हुआ था। जहां दस्तावेज सत्यापन के दौरान वह पकड़ा गया। मामले में उक्त अभ्यर्थी के खिलाफ बहेरिया पुलिस थाने में शिकायत की गई। शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है। पुलिस के अनुसार, इंजीनियरिंग कॉलेज में आरक्षक भर्ती शारीरिक परीक्षा के दौरान ड्यूटी पर तैनात एसआई महेश पांडेय ने लिखित आवेदन थाने में दिया था। जिसमें बताया कि अभ्यर्थी रामरक्षक पिता महेश चौरसिया निवासी काकागंज ने होमगार्ड सैनिक का कूट रचित प्रमाण पत्र तैयार कर भर्ती परीक्षा में शामिल हुआ है। जिसके प्रमाण पत्र की जांच करते समय उसमें जिस प्रकार की भाषा शैली लिखी हुई थी और उसमें जो सील लगी हुई थी वह भी अलग थी। संदेह होने पर मामले की जांच की गई। होमगार्ड कार्यालय का परिचय पत्र नहीं दिखा पाया अभ्यर्थी रामरक्षक चौरसिया ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह सैनिक क्रमांक 345 के पद पर जिला सागर होमगार्ड बल में कार्यरत है। जिस पर अपना होमगार्ड कार्यालय का परिचय पत्र प्रस्तुत करने को कहा गया। जो वह नहीं कर पाया। जिसके बाद होमगार्ड कमांडेंट सतीष शर्मा से कॉल कर संबंधित अभ्यर्थी की जानकारी ली गई। जिसमें उन्होंने बताया कि रामरक्षक चौरसिया नाम का कोई भी होमगार्ड सैनिक नहीं है। रामरक्षक चौरसिया नामक किसी भी व्यक्ति को प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया है।
प्रमाण पत्र से मिलने वाला लाभ लेना चाहता था
पुलिस की पूछताछ में अभ्यर्थी रामरक्षक चौरसिया ने बताया कि उसने होमगार्ड सैनिक का प्रमाण पत्र फर्जी बनाया था। वह उस फर्जी प्रमाण पत्र से आरक्षक भर्ती परीक्षा में होमगार्ड कैटेगरी में शारीरिक मापदंड में मिलने वाली छूट का लाभ लेना चाहता था। मामले में बहेरिया थाना पुलिस ने रामरक्षक चौरसिया के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।