SPS कटारा में एनुअल-डे का समापन:सागराइट्स ने नृत्य और लघु नाटिकाओं के माध्यम से दिया ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का संदेश

Uncategorized

सागर पब्लिक स्कूल कटारा एक्सटेंशन में दो दिवसीय एनुअल-डे का गुरूवार को भव्य समापन किया गया। इस मौके पर सागराइट्स ने विभिन्न देशों की विविध संस्कृतियों को नृत्य और लघु नाटिकाओं के माध्यम से प्रस्तुत कर ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का संदेश दिया । दो दिवसीय एनुअल-डे के दूसरे दिन विद्यालय छात्रों द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियों की श्रृंखला पेश की। कार्यक्रम के दूसरे दिन की थीम ‘सिनर्जिया -कॉन्फ्लूएंस ऑफ कल्चर’ थी। 550 से अधिक सागराइट्स ने अपने अद्भुत कौशल, रचनात्मकता और परिश्रम का परिचय देते हुए स्कूल के शैक्षणिक व सांस्कृतिक उत्कृष्टता को पूरी प्रतिबद्धता के साथ प्रस्तुत किया। एनुअल-डे के दूसरे दिन के मुख्य अतिथि लोपामुद्रा, विभाग प्रमुख ट्रेनिंग आईआईएम बेंगलुरु और विशिष्ट अतिथि थे ब्रिगेडियर अनिल दास, थ्री ईएमई सेंटर। सर्वप्रथम स्कूल बैंड द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, तत्पश्चात प्रभावशाली प्रदर्शनों की श्रृंखला में वैश्विक सभ्यता के तहत “म्यूजिकल मोज़ेक” की प्रस्तुति दी। इसमें सागराइट्स की सामंजस्यपूर्ण प्रस्तुति अद्भुत थी। विभिन्न संगीत शैलियों की मंत्रमुग्ध कर देने वाली सिम्फनी ने सबको रोमांचित कर दिया। इसके बाद की कड़ी में “द विंग्स ऑफ एम्बिशन: द ग्रीक ओडिसी” में सागराइट्स ने लचीलेपन के महत्व और अतिशयोक्ति के खतरों को “इकारस” की कहानी के माध्यम से प्रस्तुत किया, जो अपने मोम के पंख की परवाह न कर सूर्य के करीब उड़ गया था और उसके पंख पिघल गए थे । “सेंटिनल ऑफ असगार्ड: द नॉर्स क्रॉनिकल्स सागराइट्स” की प्रस्तुति में “थोर द गॉड” ऑफ थंडर की कहानी को चित्रित किया गया और शक्ति का उपयोग जिम्मेदार से करने को दर्शाया गया। कार्यक्रम के अगले सोपान में जापानी संस्कृति को “ज़ेन इनसाइट: इकोज़ ऑफ़ द ईस्ट” में वाबी-सबी की अवधारणाओं को दर्शाया और अपूर्णता में शांति खोजने को प्रदर्शित किया गया व शिन्रिन-योकू की प्रस्तुति से प्रकृति की ओर वापसी से शांति, सचेतनता और प्रकृति के गहन ज्ञान को दर्शाया गया। अगले चरण में सागराइट्स ने महाभारत के कर्ण की पौराणिक कहानी “द सागा ऑफ लॉयल्टी एंड स्ट्रेंथ” में महाभारत के इस योद्धा की अपने दोस्त के प्रति अडिग वफादारी, बलिदान और वीरता का उदाहरण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का समापन ऋग्वेद की शक्तिशाली अवधारणा के साथ संपन्न हुआ, जिसमें ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का संदेश व भावना को प्रतिबिंबित करते सागराइट्स ने एक विश्व एक परिवार के रूप में एकता, सहयोग और दृष्टि के गुणों पर जोर देते हुए एक साथ आगे बढ़ने की भावना को दर्शाया।इसके पूर्व स्कूल की प्रिंसिपल प्राची वर्मा ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और शैक्षणिक, स्पोर्ट्स, प्रतिस्पर्धी में चयन, छात्रवृत्ति पुरस्कार व अन्य उपलब्धियों से सबको अवगत कराया । उन्होंने सागराइटस में कौशल विकास, रचनात्मकता को बढ़ावा देने व चरित्र निर्माण के स्कूल के मिशन को साझा किया। उल्लेखनीय है कि इसके एक दिन पूर्व एनुअल-डे के प्रथम दिवस के आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय के डॉ. राहुल मुखोपाध्याय की उपस्थिति रही। इसमें सागराइट्स ने स्नो व्हाइट, गुलिवर्स ट्रेवल्स, तेनालीराम और अलादीन के साथ “फैंटेसिया – फ्लाइट्स ऑफ इमैजिनेशन” से पेश की थी | कार्यक्रम का समापन वाइस प्रिंसिपल दीपिका राज भगत के धन्यवाद ज्ञापन व स्कूल गान से हुआ। फोटो गैलरी में देखिए आयोजन की झलकियां