जिले के सरकारी स्कूलों में गुरुवार को बाल दिवस के अवसर पर आनंद मेला लगाया गया। लेकिन स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों को यह भी नहीं पता कि बाल दिवस किस दिन और किस उपलक्ष्य में मनाया जाता है। ऐसा ही मामला जिले के शासकीय प्राइमरी स्कूल मदनपुर का सामने आया है। जिसमें शिक्षक 2 अक्टूबर गांधी जयंती पर बाल दिवस मनाने की बात कहते नजर आ रहे हैं। मदनपुर गांव के शासकीय प्राइमरी स्कूल में आज बच्चों ने खाने-पीने का सामान रखकर मेला लगाया। इस दौरान स्कूल में पदस्थ शिक्षक आसाराम कुशवाहा ने वीडियो बनाया। जिसमें वे 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर बाल मेला लगाने की बात कहते नजर आ रहे हैं। आसाराम कुशवाहा को साल 2022 में शिक्षक दिवस के मौके पर राज्यपाल से उत्कृष्ट शिक्षक का सम्मान मिल चुका है। राज्यपाल से पुरस्कृत शिक्षक को इतना भी नहीं पता कि बाल दिवस किस दिन और क्यों मनाया जाता है। उन्होंने स्कूल में लगाए गए बाल मेले का खुद वीडियो बनाया और उसमें 2 अक्टूबर गांधी जयंती पर मेला लगाने की बात कही। इसके बाद उन्होंने वीडियो अजनौर संकुल केंद्र के व्हाट्सएप ग्रुप पर शेयर किया है। जब इस बारे में जानकारी के लिए शिक्षक आसाराम कुशवाहा को फोन लगाया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। साल 2022 में मिला था सम्मान सरकारी प्राइमरी स्कूल मदनपुर में पदस्थ शिक्षक आसाराम कुशवाहा को साल 2022 में उत्कृष्ट शिक्षक के तौर पर चुना गया था। शिक्षक दिवस पर भोपाल में राज्यपाल ने उन्हें प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया था। इसके बाद 15 अगस्त 2024 को पुलिस परेड ग्राउंड में करेक्टर अवधेश शर्मा ने भी उत्कृष्ट शिक्षक के तौर पर आसाराम कुशवाहा को सम्मानित किया था। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षक की योग्यता पर सवाल उठने लगे हैं।