“हमें चाहिए पुलिस थाना, नहीं चाहिए मयखाना”:पुलिस सहायता केंद्र की जमीन पर शराब दुकान खोलने का विरोध, लोगों ने बिस्टान नाके पर दिया धरना

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खरगोन में पुलिस सहायता केंद्र की जमीन पर शराब दुकान खोलने का कड़ा विरोध हुआ। गुरुवार दोपहर 12.30 बजे भुसावल चित्तौड़गढ़ राजमार्ग पर बिस्टान नाका क्षेत्र में लोगों ने धरना दे दिया। लगभग एक घंटा ट्रैफिक प्रभावित रहा। कोतवाली टीआई बेल मंडलोई, ट्रैफिक टीआई रमेश सोलंकी पुलिस टीम ने पहुंचकर ट्रैफिक को चालू करवाया। धरने पर बैठे लोगों ने नारे लगाए “हमें चाहिए पुलिस थाना, नहीं चाहिए मयखाना…”। सूचना पर खरगोन शहर तहसीलदार महेंद्र सिंह दांगी, आबकारी अफसर भी मौके पर पहुंचे। यहां पूर्व पार्षद लक्ष्मण इंगले, दीप जोशी, सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद थे। नगर पालिका ने इस जमीन का शराब दुकान संचालनकर्ता के साथ अनुबंध किया है। उन्हें तलब किया है। 200 मीटर दायरे में नहीं खोल सकते शराब दुकान आंदोलन पर बैठे वार्ड-31 के पार्षद भागीरथ बडोले ने कहा- बिस्टान नाका क्षेत्र को मुख्यमंत्रीजी ने क्रांति सूर्य टंट्या मामा चौराहा घोषित किया है। क्षेत्र के सुंदरीकरण होना है। इसे लेकर प्रस्ताव भेजे गए हैं। क्षेत्र के 200 मीटर एरिया में 3 मंदिर, मैन स्टेडियम, सरकारी होस्टल व अन्य शैक्षणिक परिसर हैं। शराब दुकान खोलना गलत है। नपा अफसरों को किया तलब : तहसीलदार मामले में तहसीलदार महेंद्र सिंह दांगी ने कहा कि पुलिस सहायता केंद्र की जमीन पर शराब दुकान खोलने को लेकर क्षेत्र के लोगों ने विरोध किया है। नगर पालिका ने शराब दुकान चलाने के लिए अनुबंध बनाया है। वरिष्ठ अफसर कार्रवाई कर रहे हैं। नगर पालिका के अफसरों को बुलाया है। विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें…