डिंडोरी कृषि विज्ञान केंद्र में किसानों की कार्यशाला:वरिष्ठ सलाहकार ने किसानों को सौर ऊर्जा के बारे में दी जानकारी

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डिंडोरी में शुक्रवार को जवाहर कृषि विज्ञान केंद्र में सौर ऊर्जा से किसानों को एडिशनल इनकम में मदद के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें दिल्ली से आए वरिष्ठ सलाहकार संदीप नायर ने किसानों को प्रशिक्षण दिया। खेत में सोलर पैनल लगवाकर किसान कर सकते हैं अतिरिक्त कमाई वरिष्ठ सलाहकार संदीप नायक ने किसानों को बताया कि पीएम कुसुम घटक (प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महा अभियान) में किसान अपनी बंजर या पड़ती भूमि को पट्टे में दे सकते हैं। खेती वाली भूमि में 2 मेगावॉट क्षमता तक के विकेंद्रीकृत सौर ऊर्जा का प्लांट लगाना है। इस योजना में भूमि सब स्टेशन से पांच किलोमीटर के अंदर होनी चाहिए। सौर ऊर्जा से पारंपरिक स्रोतों से निर्भरता कम करता है। ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं किसान वरिष्ठ सलाहकार संदीप नायक ने कहा कि किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन में जमीन के दस्तावेज, पहचान प्रमाण पत्र और बैंक की जानकारी वाले दस्तावेज लगेंगे। किसान चाहे तो पूरे खेत में प्लांट लगवा सकता है। उस खेत में 0.5 मेगावॉट प्लांट के लिए कम से कम 0.5 से एक एकड़ जमीन की जरूरत होती है। अगर किसान खेती चालू रखना चाहते है तो 30 प्रतिशत जमीन का इस्तेमाल बिजली सोलर पैनल प्लांट के लिए लिया जाएगा। इसमें 0.5 मेगावॉट प्लांट के लिए 2 से 3 एकड़ जमीन की आवश्यकता होती है। योजना के तहत ऋण, ब्याज और रि पेमेंट के समय के बारे में स्थानीय बैंक से किसान जानकारी ले सकते है। कार्यशाला में आई वैज्ञानिक डॉक्टर पी एल अंबुलकर, डॉक्टर गीता सिंह, रेणु पाठक, अवधेश पटेल, श्वेता मसराम, जूनियर इंजीनियर अनिल ठाकुर मौजूद रहे।