सागर में एक साल पहले हुई बेटे की मौत के मामले में बुजुर्ग मां सहायता राशि के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रही है। लेकिन उसे अब तक सहायता राशि नहीं मिली है। सरकारी अधिकारी और कर्मचारी सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं। मंगलवार को फिर बुजुर्ग सुधा पाठक निवासी शुक्रवारी वार्ड कलेक्टर कार्यालय शिकायत लेकर पहुंची। उन्होंने बेटे की मौत पर अंत्येष्टि की राशि और संबल कार्ड पर मिलने वाली सहायता राशि की मांग की। सुधा पाठक ने बताया कि 30 अक्टूबर 2023 को रक्षाबंधन के दिन छोटा बेटा विनय पाठक घर में बैठा था। चाय पी रहा था, तभी अचानक तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया। बेटे की मौत होने के बाद नगर निगम से अंत्येष्टि की राशि भी नहीं दी गई, जबकि संबल कॉर्ड समेत अन्य सभी दस्तावेज हैं। चुनाव का बोलकर एक साल से लगवा रहे चक्कर मामले में बेटे की मौत के करीब डेढ माह बाद नगर निगम जाकर सभी दस्तावेज जमा कर दिए थे। वहां मौजूद कर्मचारी चुनाव होने और आचार संहिता लागू होने की बात कहने लगे, जिसके बाद वह लगातार कभी विधानसभा चुनाव तो कभी लोकसभा चुनाव होने का बोलकर मुझे टालते रहे। अब तक बेटे की मौत पर न तो अंत्येष्टि की राशि दी गई है और न ही संबल कॉर्ड पर मिलने वाली सहायता राशि मिली है। मैं घर में अकेली रहती हूं, बुजुर्ग होने के कारण घुटनों में दर्द होता है। इसलिए बार-बार कार्यालयों में आ-जा नहीं सकती हूं। बावजूद इसके जिम्मेदार लोग एक साल से मुझे परेशान कर रहे हैं। उन्होंने सहायता राशि जल्द दिलाए जाने की मांग की है।