छत्तीसगढ़ से 22 हाथियों के दल ने मध्य प्रदेश में प्रवेश किया है। सोमवार रात इनमें से 18 हाथियों को सीधी जिले के संजय राष्ट्रीय उद्यान से लगे उमरिया गांव में देखा गया है। वन विभाग के करीब 250 कर्मचारी इनकी निगरानी में लगे हुए हैं। वन अमला इन्हें भगाने के लिए पटाखा फोड़ने और मशाल लेकर रात में जागने की अपील कर रहा है। मामले में पौड़ी रेंज की रेंजर कविता साकेत ने बताया कि छत्तीसगढ़ से जानकारी मिली है कि 22 हाथियों ने सीधी में प्रवेश किया है, लेकिन अभी तक हमें 18 हाथी ही दिखे हैं। हालांकि ये हाथी एक हफ्ते पहले ही सीधी जिले की सीमा में प्रवेश कर चुके हैं। अब तक उनका मूवमेंट कम था, लेकिन सोमवार रात को ये उमरिया गांव की तरफ देखे गए। हालांकि किसानों ने उन्हें भगा दिया। वन अमला उनकी ट्रैकिंग में लगा है। अभी यह दल कोठार झील की तरफ जा रहा है। गांववाले बोले- हाथियों के कारण चार रात से सो नहीं पाए ग्रामीण सत्यवान सिंह गौड़ ने बताया कि इन हाथियों के कारण चार रात से हम सो नहीं पाए हैं। हाथियों का दल कभी भी गांव आ जाता है। इन्हें खेत और घरों से दूर भगाने के लिए पटाखे का इस्तेमाल करना पड़ता है। इसके अलावा तेज आवाज के साथ हाथियों की तरफ दौड़ना भी पड़ता है, तब जाकर वे भागते हैं। इसमें जान का भी खतरा रहता है। यहां आता रहता है हाथियों का दल, कई लोगों की मौत भी हो चुकी ग्रामीणों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के जंगल से लगे होने के कारण अकसर यहां हाथियों का दल आता रहता है। इनके कुचलने के कारण कई लोगों की जान भी जा चुकी है। हाथी अकसर यहां ग्रामीणों की फसल के साथ-साथ घरों को भी नुकसान पहुंचा चुके हैं। गौरतलब है कि हाथियों को लेकर प्रदेश इन दिनों चर्चा में है। 29 अक्टूबर से 1 नवंबर तक उमरिया जिले में 10 हाथियों की मौत हो चुकी। इसके बाद एक हाथी ने तीन लोगों को कुचल दिया था। इसमें दो ग्रामीणों की मौत हो गई थी।