इंदौर के राजा रमन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केन्द्र (RRCAT) में सोमवार को पोस्ट ऑफिस से सस्पेंड पोस्टल असिस्टेंट अवैध तरीके से घुस गया। यहां डाकघर के कर्मचारियों से खुद को डायरेक्टर पोस्ट सर्विस बताकर ऑडिट चेक करने की बात करने लगा। कर्मचारियों ने शंका होने पर उसे पूछताछ के लिए बैठा लिया और पुलिस को सूचित किया। टीआई नीरज बिरथरे के मुताबिक रविशंकर अग्निहोत्री, निवासी अंबिकापुरी कॉलोनी आरआर कैट के डाकघर में पोस्टमास्टर के पद पर पदस्थ है। उनकी शिकायत पर रूपक पंथी पुत्र आलम चन्द्र पंथी, निवासी एमआईजी अल्कापुरी पुरी पर 319(2), 336(3), 340(2) बी.एन.एस.2023 में केस दर्ज किया गया है। रवि ने बताया कि सोमवार सुबह 10 बजे के करीब रूपक पंथी डाकघर में आया। उसने खुद को डायरेक्टर पोस्टल सर्विस बताते हुए ऑडिट चेक करने की बात कही। रवि ने रूपक से परिचय पत्र मांगा। लेकिन उसने देने से इनकार कर दिया। इसके बाद रवि ने सहायक अधीक्षक धर्मेंद्र ठाकुर को कॉल किया। उन्होंने बताया कि रूपक पंथी नाम का कोई व्यक्ति डायरेक्टर पोस्टल सर्विस नहीं है। उसके बारे में पता चला कि वह पोस्ट असिस्टेंट के पद से सस्पेंड है और उसके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। इसके बाद रवि ने कैट के सहायक सुरक्षा अधिकारी भूपेश शर्मा को जानकारी दी। उन्होंने पोस्ट आफिस में आकर पंथी से पूछताछ की। उसने अपने आईडी कार्ड में पेंशन कार्ड और पेन कार्ड बताए। उसके पास दो कार्ड मिले। एक कार्ड मार्कोस कमांडो, रक्षा मंत्रालय भारत सरकार का था। वहीं दूसरा कार्ड नेशनल इंटेलिजेंस ब्यूरो साइबर सिक्योरिटी सेल, भारत सरकार का था। दूसरे कार्ड पर सुपरिनटैंडैंट इन्वेस्टिगेशन लिखा हुआ था। इसके बाद कैट के इन्वेस्टिगेशन सेल में पदस्थ एएसओ मोनिल सोलंकी को जानकारी दी गई। कर्मचारियों से विवाद के बाद हुआ सस्पेंड
टीआई नीरज बिरथरे ने बताया कि रूपक पंथी पहले जीपीओ इंदौर में पोस्टल असिस्टेंट के पद पर कार्यरत था। जिसे 2022 में कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करने के चलते सस्पेंड किया गया था। 2 साल से वह विभागीय जांच में सहयोग भी नहीं कर रहा था। उसकी मानसिक हालत भी ठीक नहीं बताई जा रही है। परिवार से संपर्क किया जा रहा है। आईबी करेगी पूछताछ
रूपक पंथी को लेकर केन्द्रीय जांच एजेंसियों को जानकारी दी गई है। थाने में उसे विशेष सुरक्षा इंतजाम में रखा गया है। इस मामले में आईबी के अफसर मंगलवार को उससे पूछताछ के लिए आ सकते हैं। पुलिस को प्रारंभिक पूछताछ में वह ठीक से जानकारी नहीं दे रहा है। आईबी उसके पास मिले कार्ड और जासूसी के एंगल पर पूछताछ कर सकती है।