सीधी जिले में ठेले पर प्रसव के बाद नवजात की मौत के मामले में राजनीति गरमा गई है। सोशल मीडिया पर विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा है कि सीधी में एक गर्भवती को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली। परिवार को सब्जी के ठेले पर अस्पताल ले जाना पड़ा। जहां रास्ते में ही महिला का प्रसव हो गया और बच्चे को बचाया नहीं जा सका। जब स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिले में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की हालत इतनी बदतर है तो पूरे प्रदेश की हालत को समझा जा सकता है। पूरे मामले में सोमवार को भोपाल के 108 एकीकृत कॉल सेंटर ने एक आदेश जारी किया है। इसमें तीनों एंबुलेंस (सीजी 04 एनटी 1847, सीजी 04 एनटी 2428 और सीजी 04 एनवी 6577) के एक माह का परिचालन खर्च जिसकी राशि 4 लाख 56 हजार 917 रुपए है, की कटौती की गई है। प्रोजेक्ट हेड ने बताया कि रात 10:30 बजे 108 कॉल सेंटर पर कई बार कॉल किए गए, लेकिन एंबुलेंस नसीब नहीं हुई, जिसकी वजह से महिला को परेशानी हुई और उस बच्चे की जान चली गई।