प्रतिक्रमण भक्ति के साथ संतों के चातुर्मास का समापन:भगवान महावीर के निर्वाण महोत्सव पर जयकारों से गूंजे जिनालय

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दिगंबर जैन समाज ने शुक्रवार को भगवान महावीर का निर्वाण महोत्सव मोक्ष कल्याणक के रूप में मनाया। राजधानी के मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना के साथ भगवान को निर्वाण लाडू चढ़ाए गए। इसी के साथ राजधानी में चातुर्मास की साधना कर रहे संतो के चातुर्मास का समापन हुआ। इस अवसर पर आचार्य विनम्र सागर महाराज की उपस्थिति में लालघाटी स्थित नंदीश्वर जिनालय में भगवान महावीर का अभिषेक किया गया। प्रवक्ता अंशुल जैन ने बताया कि जिनालय जयकारों से गूंज उठा। आचार्य श्री ने भगवान महावीर के संदेश “जीयो और जीने दो” के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि ज्ञान का दीपक प्रज्वलित करने से अज्ञान का अंधेरा हट जाएगा और कल्याण सुनिश्चित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि दीपावली पर्व पर भगवान महावीर को मोक्ष प्राप्त हुआ था। इस अवसर पर अध्यक्ष एडवोकेट विजय चौधरी, प्रमोद चौधरी, पंकज इंजीनियर,डॉ. सर्वज्ञ जैन, विवेक चौधरी, राजीव गेहूं, विवेक जैन, राकेश सलामतपुर ,मनोज बबलू, सुनील पब्लिशर, निर्मल जैन टी.आई, सुरेश जैन शिखर, संदीप जैन टाइल्स, मनीष दिगंबर,मुकेश जैन, आर. के. जैन, प्रमोद जैन सिलवानी, इंजीनियर सौरभ जैन, इंजी. गौरव जैन, अभिराज जैन, संदीप जैन क्रिस्प, सचिन जैन सेल, जितेन्द्र सिलवानी, निखिल जैन, संदीप जैन आर.सी, सुव्रत जैन, संतोष जैन,पदम जैन, पुष्पेंद्र जैन, राकेश मामा, आलोक जैन जीपीओ, पंकज जैन, एम.एल. जैन, मनोज जैन मधुर, राजकुमार जैन सौंरया आदि मौजूद थे। इसके साथ ही, चातुर्मास की साधना कर रहे संतों का भी चातुर्मास का समापन हुआ। विभिन्न जैन मंदिरों में भक्ति के साथ सामयिक और प्रतिक्रमण किया गया। अशोका गार्डन जैन मंदिर में मुनि विश्व सूर्य सागर महाराज, शाहपुरा जैन मंदिर में मुनि सुदत्त और मुनि भूदत्त सागर महाराज,चौक मंदिर में आर्यिका गुरुमति माताजी, शंकराचार्य नगर जैन मंदिर में आर्यिका विमल श्री माताजी के सानिध्य में अनुष्ठान संपन्न हुए। इसके साथ ही नेहरू नगर जैन मंदिर में मुनि आराध्य सागरजी, मुनि सुहित सागर महाराज का पिच्छिका परिवर्तन भी हुआ।