दीपावली के अगले दिन शुक्रवार को ग्वाल समाज ने गावेर्धन पूजा की। गायों को मेहंदी और कलर से सजाया गया। नयापुरा से पीजी कॉलेज ग्राउंड पर तक करीब 4 किमी तक गायों की दौड़ हुई। कई जगह पर गोवर्धन पूजा के साथ ही मंदिरों में अन्नकूट महोत्सव का आयोजन भी हुआ। नयापुरा क्षेत्र में ग्वाल समाज ने सालों से चली आ रही परंपरा का शुक्रवार को निर्वहन किया। गोवर्धन पूजा के अवसर पर सुबह से गायों को मेहंदी लगाकर व मोर पंख व अन्य सामग्री से सजाकर तैयार किया गया। सुबह करीब 11 बजे बाद सभी को नयापुरा मार्ग पर लाया गया। इसमें दो परिवारों की 100 से अधिक गाय शामिल थीं। नयापुरा मार्ग के अलावा महाराणा प्रताप तिराहे से भी गायों को दौड़ाया गया। यहां से बायपास से होते हुए रेवास देवड़ा के जंगल तक दौड़ हुई। करीब 50-50 गाय के दो अलग-अलग झुंड दौड़े। समाज के किशोर ग्वाला ने बताया कि समाज की परंपरा प्राचीन काल से चल रही है और उसे ही हम निभा रहे हैं।