रबी सीजन की फसलों की बुआई के चलते सागर जिले में किसानों में खाद की डिमांड बढ़ी है। शासकीय सोसायटियों में खाद लेने किसानों की लाइन लग रही है। इसी बीच कृषि विभाग की टीम ने जिले के महाराजपुर में अवैध रूप से गोदाम (मकान) में भंडारण कर रखा खाद जब्त किया है। जब्त खाद नकली होना बताया जा रहा है। मामले में टीम ने खाद के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। वहीं गोदाम को सील किया गया है। जानकारी के अनुसार, किसानों से कृषि विभाग को सूचना मिली थी कि महाराजपुर में खाद का अवैध भंडारण किया गया है। यहां से खाद की सप्लाई ग्रामीण इलाकों में की जा रही है। खाद की गुणवत्ता भी ठीक नहीं है। नकली हो सकता है। सूचना मिलते ही विभाग ने टीम गठित कर कार्रवाई के लिए रवाना की गई। देर रात विभाग की टीम महाराजपुर पहुंची। जहां मकान पर दबिश दी। टीम दरवाजा खोलकर अंदर पहुंची तो कमरों में पोटाश और यूरिया खाद रखा मिला। कुछ खाद मकान के मवेशी बांधने के लिए बने कमरे में रखा मिला। कार्रवाई के दौरान मौके से करीब 30 टन नकली पोटाश और यूरिया खाद जब्त किया गया है। पोटाश नकली, यूरिया में नाइट्रोजन की कमी
देवरी एसडीओ आरएस जारोलिया ने बताया कि कार्रवाई में जब्त हुआ पोटाश खाद प्राथमिक रूप से नकली लग रहा है। वहीं यूरिया में नाइट्रोजन की कमी है। क्योंकि यूरिया खाद पत्थर की तरह है। कार्रवाई कर खाद के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। वहीं मकान को सील कर खाद जब्त किया गया है। प्रोपराइटर सुनील रघुवंशी से संपर्क किया गया। उन्हें मौके पर बुलाया गया। लेकिन वह तीन घंटे तक नहीं आए। दस्तावेज भी नहीं दिखा पाए हैं। भंडारण स्थल पर न तो कोई सूचना बोर्ड लगा है और न ही लाइसेंस नंबर अंकित किया गया है। अवैध रूप से भंडारण किया था खाद
एसडीओ जारोलिया ने कहा कि महाराजपुर में राजमार्ग के प्रोपराइटर सुनील रघुवंशी की फर्म लाइसेंस लेकर खाद का काम कर रही है। लेकिन उन्होंने जिस स्थान पर फर्म संचालित करने और खाद का भंडारण करने का नक्शा और दस्तावेज दिए थे, वहां काम नहीं किया गया। दूसरे स्थान सुरेश साहू के मकान में खाद का अवैध रूप से भंडारण किया गया है। इस संबंध में विभाग को कोई सूचना नहीं दी गई है। खाद का भंडारण अवैध रूप से किया गया है। मकान के अलावा मवेशी बांधने वाले कमरे में भी खाद रखा हुआ था। जब्त बोरियों में मोदी खाद भी लिखा है। कार्रवाई में 30 टन पोटाश जब्त किया गया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।