8 महीने बाद खोली गईं पटाखा गोदामें:1 साल पहले फैक्ट्री में ब्लास्ट होने से कलेक्टर ने व्यापारियों के लाइसेंस सस्पेंड किए थे

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दमोह के सभी पटाखा व्यापारियों की गोदाम को जिला प्रशासन ने 8 महीने बाद सोमवार दोपहर खोल दिया गया है। 1 साल पहले सभी गोदामों को प्रशासन ने सील किया था। साथ ही व्यापारियों के लाइसेंस भी सस्पेंड कर दिए थे। बीते दिनों थोक व्यापारियों के साथ फुटकर विक्रेताओं ने गोदाम खोलने के लिए आवेदन दिया था। क्योंकि अभी तक दीपावली के मौके पर शहर में पटाखा व्यापारियों को पटाखा बेचने की अनुमति नहीं थी। जिससे लोगों में रोष था। हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया और कलेक्टर से मुलाकात कर लाइसेंस बहाल करने और गोदाम खोलने की मांग की थी। इसके बाद प्रशासन ने शासन से मार्गदर्शन लेने के बाद सभी गोदाम में खोल दिया है। शहर के हटा नाका के पास अस्थाई पटाखा की दुकान लगाई जाएंगी। जहां से शहर के लोग पटाखा खरीद सकेंगे। इस वजह से बंद की गईं थी पटाखा गोदाम करीब एक साल पहले शहर के धगट चौराहा के पास संचालित एक पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट हुआ था। जिसमें करीब आधा दर्जन लोगों की जान चली गई थी और उसके बाद से दमोह में पटाखे की गोदाम और निर्माण करने वाले सभी व्यापारियों के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए थे। दीपावली नजदीक थी शहर में पटाखा की दुकान नहीं होने से लोग गुस्सा जाहिर कर रहे थे। विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष अंजू खत्री ने बताया कि कुछ तकनीकी समस्याओं के चलते लाइसेंस निलंबित किए गए थे। संगठन की मांग पर सभी के लाइसेंस बहाल किए गए हैं और गोदामें खोल दी गई है। अब लोगों को पर्याप्त मात्रा में पटाखे मिलेंगे।