दिवाली और छठ के चलते लोगों में अपने घर पहुंचने की होड़ मची हुई है। मुंबई, पुणे, सूरत समेत कई शहरों से यूपी, बिहार जाने वाली ट्रेनों में भीड़ उमड़ रही है। यात्रियों की रेलवे स्टेशन पर भीड़ देखते ही बन रही है। हालात ये हैं कि अपने घर, शहर तक जाने की फिराक में यात्री देर रात तक ट्रेनों का इंतजार कर रहे हैं। ट्रेनों भी खचाखच चल रही है। स्लीपर कोचों की हालत जनरल कोचों की तरह है। जनरल कोचों में पैर रखने तक की जगह नहीं है। कोई यात्री गेट पर लटककर तो कोई ट्रेन के टॉयलेट में बैठकर तो कोई जनरल कोचों में कपड़े का झूला बनाकर 1500, 2000 किमी की यात्रा कर रहे हैं। गेट पर लटककर यात्रा कर रहे लोग सोमवार को दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने हरदा से नर्मदापुरम की ट्रेन यात्रा झेलम एक्सप्रेस से की। पहले जनरल कोच में बैठने की कोशिश की, लेकिन गेट पर ही इतने यात्री लटक रहे थे कि अंदर घुस नहीं सकें। जनरल कोच की टॉयलेट के अंदर एक साथ तीन यात्री बैठे दिखाई दिए। जो बैठकर सफर कर रहे थे। कैमरा चालू होते ही मजबूर यात्री शर्म के कारण अपना मुंह छिपाते रहे। गेट पर खड़े यात्री धर्मेंद्र हरियाले ने कहा पुणे से भोपाल जा रहा हूं। रिजर्वेशन कंफर्म टिकट नहीं मिला। जिस कारण जनरल कोच में बैठा। भीड़ होने से पुणे से गेट के पास ही खड़े होकर सफर कर रहा हूं। मथुरा निवासी यात्री ऋषभ ने कहा दिवाली मनाने घर जा रहा हूं। कंफर्म टिकट न होने से जनरल टिकट लेकर बैठा हूं। टीटी से सीट मांग रहे। चार्ज भी देने को तैयार हूं। लेकिन सीट अवेलेबल नहीं हो पा रही। इसके बाद हम स्लीपर कोच में पहुंचे। गेट पर जनरल कोच जैसे ही हालात थे। अंदर घुसने के लिए भारी मशक्कत करना पड़ा। घर जा रहे फौजी ने नीचे बैठकर बिताई रात स्लीपर एस-1 कोच में सफर कर रहे यात्री पंकज कुमार ने बताया मैं फौजी हूं। छुट्टी मिलने पर अपने घर जा रहा हूं। रिजर्वेशन कराया, लेकिन टिकट कन्फर्म नहीं हो पाया। घर जाना भी जरूरी है, इसलिए स्लीपर कोच में सीट के नीचे ही बैठकर रात बिताई है। इटारसी में कोच में कंफर्म सीट पर सफर कर रहे दूसरे फौजी भाई ने उनकी सीट पर मुझे जगह देकर बैठाया है। किन्नरों की दादागिरी, अभद्रता और मारपीट कर रहे पुणे से जम्मूतवी जाने वाली झेलम एक्सप्रेस के जनरल कोच में सफर करने वाले यात्रियों ने कहा ट्रेन में भीड़ में यात्रा तो हम कर ही रहे है। लेकिन यहां किन्नरों की दादागिरी है। जो भीड़ में आकर हमने जबरदस्ती रुपए मांग रहे। 50,100,200 रुपए तक मांगे जा रहे। नहीं देने पर अभद्रता, मारपीट तक कर रहे। हरदा इटारसी के बीच में कुछ किन्नर आएं। एक किन्नर ने हमारे एक साथी को थप्पड़ तक मारा। भीड़ में सभी के सामने अश्लील गालियां और एक किन्नर ने अपने आधे कपड़े तक उतार दिए थे। आरपीएफ और जीआरपी कहीं भी किन्नरों को पकड़ने नहीं पहुंच रही है। 150से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें फिर भी भीड़ उमड़ रही इस साल दिवाली और छठ पूजा के लिए भारतीय रेलवे पुणे, मुंबई, गुजरात से बिहार जाने वाली 150 से ज्यादा ट्रेनें चला रहा है। बावजूद ट्रेनों में भीड़ कम नहीं हो रही। नो रूम की स्थिति है।