पंचमुखी हनुमान दुर्गा मंदिर में भागवत कथा का चौथा दिन:स्थिरता के लिए अध्यात्म जरूरी-आचार्य इंद्रेश उपाध्याय

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हर व्यक्ति के जीवन में स्थिरता के लिए अध्यात्म की साधना आवश्यक है। परीक्षा पास होना योग है और वह अस्थाई है, जबकि जो पदवी प्राप्त होती है, वह स्थिर है। ज्ञान, धन, ऐश्वर्य को पाना आसान है, लेकिन इनका टिका रखना काफी मुश्किल होता है। यह उद्गार वृंदावन के ख्याति प्राप्त कथा वाचक पंडित इंद्रेश उपाध्याय ने अयोध्या बायपास स्थित पंचमुखी हनुमान दुर्गा मंदिर परिसर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन मंगलवार को व्यक्त किए। उन्होंने आगे कहा कि जिनके पास जिज्ञासा का भाव नहीं है, उनके पास ज्ञान स्थिर नहीं रह सकता। इस मौके पर बाल कृष्ण (ठाकुरजी) का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। मिश्री-माखन बांटा गया। भजन, गीत व नृत्य के बीच भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ। इस मौके पर पंचमुखी हनुमान दुर्गा मंदिर समिति की शिरोमणि शर्मा, केशव शास्त्री, संजय मुदगल, विनोद शर्मा, उमेश तिवारी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। इस मौके पर आरती एवं व्यास पूजन में डॉ. अनिल भार्गव (वायु), बच्चन आचार्य, हेमंत शर्मा, अमित चतुर्वेदी, पवन शर्मा आदि ने की। कथा समय 2 से 5 के मध्य प्रतिदिन होती है।