खंडवा कलेक्ट्रेट में आज (मंगलवार) को जनसुनवाई में रैली, जुलूस की बजाय प्रभात फेरी का नजारा दिखाई दिया। बड़ी संख्या में महिला-पुरूष ढोल-मंजीरा लेकर पहुंचे और उन्होंने अफसरों की आरती उतारी। कहा कि गांव का एक व्यक्ति मंदिर निर्माण में रूकावट पैदा कर रहा है। एसडीएम, तहसीलदार ने उसके हौसले बुलंद कर रखें हैं। एसडीएम ने मंदिर निर्माण पर रोक लगा दी है। दरअसल, सहेजला गांव के ग्रामीणों ने शिकायत की कि मंदिर निर्माण की जगह सरकारी हैं। वहां पहले से मंदिर था। प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है। निर्माण होने के बाद गांव का रमेश और श्याम आए दिन जनसुनवाई में आकर शिकायत करता है। एसडीएम ने उसकी शिकायत पर जांच की और मंदिर की कुछ जगह शिकायतकर्ता की बता दी। जबकि सच तो यह है कि शिकायतकर्ता ने ही मंदिर से लगी सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करके रखा है। प्रशासन ने नोटिस देकर काम रुकवाया
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एसडीएम बजरंग बहादुर और तहसीलदार महादेव राठौर ने शिकायतकर्ता के हौसले बुलंद कर दिए हैं। मंदिर निर्माण समिति को नोटिस देकर काम रुकवा दिया है। यह तरीका गलत है। शिकायतकर्ता मनमानी कर रहा है। एसडीएम उसे सहयोग कर रहे हैं। ऐसा कदापि नहीं चलेगा। हम सोगंध राम की खाते हैं, मंदिर वहीं बनाएंगे। ग्रामीणों ने कलेक्टर अनूपसिंह से भी मुलाकात की। कलेक्टर ने ग्रामीणों को निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया है।