मुरैना के इस्लामपुर में हुए विस्फोट के बाद अब स्थानीय स्तर पर सियासत गरमा गई है। सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पार्टी के पूर्व महासचिव प्रबल प्रताप सिंह उर्फ रिंकू मावई ने कहा, बजरंग दल और आरएसएस विस्फोट की इस घटना को हिंदू-मुस्लिम रूप देना चाहती है। बजरंग दल के कार्यकर्ता रात में कलेक्टर के यहां दरवाजे पर गए थे और जिस जमील के घर पर विस्फोट हुआ, उसको एक सुनियोजित ढंग से ब्लास्ट करने वाले आरोपी के रूप में प्रस्तुत कर रहे थे जो सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन मामले की गहराई से जांच करे और किसी के दबाव में न आए। बता दें कि बीते दिनों मुरैना शहर की इस्लामपुरा बस्ती में जमील नाम के एक व्यक्ति के घर पर विस्फोट हुआ था। जिसमें उसकी पत्नी और बेटी की मौत हो गई। पूरा मकान जमींदोज हो गया, साथ में आस-पड़ोस के तीन मकान और ढह गए। घटना में पड़ोसियों का लाखों रुपए का नुकसान हुआ है और वह पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं। जिस रात घटना हुई थी, उसी रात 12 बजे के लगभग मोहल्ले के कुछ लोग कलेक्टर के बंगले पर पहुंचे और मांग की थी कि बिजली सप्लाई को जल्द से जल्द बहाल किया जाए। विस्फोट को सोची समझी साजिश बचाया था
कांग्रेस नेता के अनुसार, हिंदू संगठनों ने वहां कुछ लोगों ने जय श्री राम के नारे लगाए और कहा था कि यह विस्फोट एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया है, क्योंकि आसपास के सभी घर हिंदुओं के हैं। इस घटना के बाद बजरंग दल के लोग एसपी के पास भी पहुंचे थे। इन बातों को लेकर प्रबल प्रताप सिंह उर्फ रिंकू मावई का कहना है कि बजरंग दल और हिंदू संगठन इस मामले को जबरन एक सूची समझी साजिश करार देने पर तुले हैं। अगर ऐसा होता है तो बहुत गलत है तथा कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी तथा जरूरत पड़ने पर सड़कों पर उतर पड़ेगी।