भिंड में भारत-तिब्बत संघ के कार्यकर्ताओं ने रविवार दोपहर चीन का पुतला दहन किया। इस दौरान संघ के पद अधिकारियों ने चीन की नीतियों का विरोध करते हुए नारेबाजी भी की और उसे धोखेबाज देश बताया। संघ के अध्यक्ष अर्पित मुदगल ने कहा, आजादी के बाद भारत ने चीन का साथ दिया था लेकिन चीनी सरकार हमेशा भारत के साथ धोखेबाजी करती आई। उन्होंने कहा कि सन 1962 में 20 अक्टूबर के दिन ही चीन की सरकार ने भारत पर धोखे से हमला किया था और भारत से तिब्बत क्षेत्र, मानसरोवर क्षेत्र में घुसपैठ की थी। आज हम इसी की बरसी मना रहे हैं। उन्होंने कहा चीन की धोखेबाजी के कारण हमको 1962 में युद्ध का सामना करना पड़ा था। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदी-चीनी भाई-भाई का नारा देने वाली ये चीन की सरकार है, हमेशा भारत का विरोध करती आई है। आज भी पाकिस्तान के साथ मिलकर भारत का विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि हम चीन सरकार का विरोध करते हैं। इस दौरान संघ के पदाधिकारियों ने चीन के खिलाफ नारेबाजी भी की। इस मौके पर उपाध्यक्ष राघव सिंह, डॉ कौशलेंद्र शर्मा, अंशू पंडित, उपेंद्र व्यास, नील कमल, सतेंद्र यादव समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।