सिंगरौली में रविवार को गणेश चतुर्थी और करवा चौथ मनाया जा रहा है। इस मौके पर महिलाओं ने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखा है। ज्योतिषविद् पं. डॉ. एनपी मिश्र महाप्रबंधक शिवधाम मंदिर बैढ़न ने बताया कि करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। शाम को करवा माता और शिव परिवार की पूजा करती हैं। इसके बाद करवा चौथ की व्रत कथा सुन कर चंद्रदेव को अर्घ्य देने के बाद व्रत को तोड़ती हैं। इसमें विभिन्न रीति-रिवाज और अनुष्ठान शामिल होते हैं। साथ ही, करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त रविवार शाम 5 बजकर 46 मिनट से लेकर 7 बजकर 40 मिनट तक है। करवा चौथ की पूजा विधि व महत्व करवा चौथ की पूजा चौकी पर करवा माता, शिव-पार्वती, गणेशजी और कार्तिकेय भगवान समेत शिव परिवार की प्रतिमा स्थापित करें। करवा चौथ के दिन मिट्टी के करवे का इस्तेमाल करना अत्यधिक शुभ माना जाता है। करवे पर हल्दी, कुमकुम जरूर लगाकर कलावा बांधें। करवे को अन्न-धन और सूखे मेवे और एक सिक्के से भरें। करवे को मिट्टी के दीये से ढंक दें। व्रत में करवा माता, भगवान शिव, माता पार्वती और कार्तिकेय भगवान के साथ-साथ गणेश जी की पूजा की जाती है।