अनूपपुर में जनपद पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और 9 सदस्य अनिश्चित काल के लिए आमरण अनशन पर 14 अक्टूबर से बैठे हुए थे। इन सब ने कोतमा जनपद पंचायत के प्रभारी सीईओ लाल बहादुर वर्मा और अकाउंटेंट विष्णु गुप्ता पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। इस आमरण अनशन को कोतमा जनपद के 31 ग्राम पंचायत के सरपंच और उपसरपंच ने भी समर्थन दिया था। आमरण अनशन के चौथे दिन मध्य प्रदेश के राज्य मंत्री दिलीप जायसवाल भी पहुंचे। मंत्री ने जूस पिलाकर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित सभी सदस्यों का आमरण अनशन खत्म कराया। जांच कमेटी 15 दिनों के अंदर होगी जांच मंत्री दिलीप जायसवाल की उपस्थिति में आमरण अनशन पर बैठे लोगों की समस्या सुनी गई और मंत्री ने कलेक्टर को जांच कमेटी बनाने का निर्देश दिया। जांच कमेटी 15 दिनों के अंदर जांच कर रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेगी। जिसके बाद प्रभारी सीईओ लाल बहादुर वर्मा और अकाउंटेंट विष्णु गुप्ता के ऊपर कार्रवाई की जाएगी। जनपद अध्यक्ष जीवन सिंह ने कहा था कि सीईओ और अकाउंटेंट के तानाशाह रवैये, बजट पर मनमानी और विकास कार्यों की अनदेखी के कारण यह स्थिति बनी है। उन्होंने कहा कि साल 2015-16 से 2022-23 तक के सभी रिकॉर्ड जब्त कर जांच कराई जाए। दोनों ने जनपद पंचायत में बिना प्रस्ताव रखे ही नियम विरुद्ध कुर्सी, टेबल, पंखे, कूलर खरीद के भ्रष्टचार किए हैं।