खरगोन के पहाड़सिंहपुरा स्थित रघुवंशी समाज धर्मशाला में महामंडलेश्वर विजय रामदास महाराज को श्रद्धांजलि दी गई। रघुवंशी समाज के अलावा दांगी समाज, पाल क्षत्रिय समाज, वासुदेव समाज, ब्राह्मण समाज, गुरव समाज के लोगों ने गुरुदेव के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। रघुवंशी समाज के अध्यक्ष दीपक डंडीर ने सभा में गुरदेव का जीवन वृत्त बताया। उन्होंने बताया कि गुरुजी ने 13 वर्ष की उम्र में परिवार का त्याग कर दिया था। उनका पहली बार 1980 में खरगोन आगमन हुआ। तब पहाड़सिंहपुरा क्षेत्र में यज्ञ हुआ था। इसके बाद 1983 और 1993 में भी उनके सानिध्य में यज्ञ का आयोजन हुआ। इस दौरान समाज के विष्णु रघुवंशी ने भी संबोधित किया। अयोध्या में जारी है 24 घंटे सीताराम जाप समाज अध्यक्ष ने बताया कि सिंहस्थ में गुरुदेव के अखाड़ा पंडाल में 24 घंटे सीताराम जप के साथ भोजन प्रसादी लगातार चलती रहती है। उन्हें 2016 में उज्जैन सिंहस्थ में महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई थी। 2017 से अयोध्या में लगातार सीताराम जप चल रहा है।