अशोकनगर के एक निजी स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक ने गुरुवार को एक साथ 5111 कन्याओं का भोज कराया है। जिले में पहली बार बड़े स्तर पर कन्या भोज का आयाेजन हुआ। कन्या पूजन के साथ सुबह भोज की शुरुआत हुई, जो शाम तक जारी है। इसमें शहर सहित आसपास के गांवों की कन्याएं भी पहुंची। आयोजक ने 5 साल पहले 500 कन्या भोज से शुरुआत की थी, इसके बाइ हर साल संख्या बढ़ती चली गई। 5 साल पहले की शुरुआत शिक्षक बलवीर साहू ने बताया कि हमारे घर में 75 साल पुरानी आदि शक्ति की मूर्ति स्थापित है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल के दौरान लगभग 5 साल पहले उन्हें आदि शक्ति के रूप में स्वप्न आया कि वह कन्या भोज कराएं। पहले साल 500 कन्याओं को भोजन कराया और हर साल कन्या भोज कराने का निर्णय लिया। धीरे-धीरे संख्या बढ़ती गई संख्या इसके बाद प्रतिवर्ष धीरे-धीरे संख्या बढ़ती गई। इस बार सबसे अधिक 5111 कन्याओं को भोजन कराया है। साथ ही कन्याओं को उपहार के तौर पर एक बर्तन और शैक्षणिक सामग्री भी दी। उन्होंने कहा कि वह हर साल भोज में कन्याओं की संख्या बढ़ाते जाएंगे। खुद के ही खर्च पर करते है आयोजन बलवीर साहू ने बताया कि वह यह आयोजन खुद के ही खर्च पर कर रहे हैं। यह भंडारा साल भर में एक बार कराते हैं। कुछ सालों तक नवदुर्गा के समय किया गया था।