भोपाल के अयोध्या नगर इलाके में एक ANM नर्स की मौत हो गई। घटना बुधवार सुबह करीब 9 बजे की है। बताया जा रहा है कि बाथरुम से नहा कर निकली मृतका अचानक चक्कर खाकर गिरी औश्र बेहोश हो गई। परिजन उसे तत्काल जिंदल अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने कार्डियक अरेस्ट के चलते मौत होने का अंदेशा जताया है। जानकारी के अनुसार अयोध्या नगर में जिंदल अस्पताल के पास रहने वाली शीतल बैरागी (32) की मौत हुई है। शीतल वार्ड 68 स्थित आईटीआई डिस्पेंसरी में 2021 से एएनएम नर्स के रूप में काम कर रहीं थीं। मूलत: बैतूल की रहने वाली शीतल की 7 महीने पहले ही शादी हुई थी। अयोध्या नगर पुलिस के अनुसार शव को पोस्टमॉर्टम के लिए हमीदिया अस्पताल भेजा गया था। यहां पीएम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया। हालांकि पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है। शीतल के भाई दीपक ने बताया कि अस्पताल ले जाने पर पता चला कि उसे शायद हार्ट अटैक आया था। हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही सही जानकारी सामने आएगी। इस उम्र में बहुत कम चांस होता है कि दिल की धड़कन अनियमित हो, मगर ऐसा हो भी सकता है। कई बार एक दम कोलेप्स के चांस होते हैं। अगर आपको थोड़े बहुत चक्कर आते हैं, या इससे जुड़े कुछ और लक्षण हैं तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं। अगर कोई इमरजेंसी सिचुएशन है तो बीपी-पल्स चेक करें और तुरंत ही सीपीआर दें। क्योंकि हम ऐसी सिचुएशन में मूव करने में जो समय लगाते हैं, वह समय मरीज की रिकवरी के लिए बहुत जरूरी समय होता है। इस केस को देखा जाए तो आशंका जताई जा सकती है कि यह दिल की धड़कन की अनियमितता के कारण हुआ होगा। आनुवांशिकी कारण भी हो सकता है। डॉ. किस्ले श्रीवास्तव, कॉर्डियोजॉलिस्ट,सेज अपोलो अस्पताल यह भी पढ़ें…..
22 साल के MBA स्टूडेंट को अचानक सीने में दर्द हुआ। वह बेसुध होकर नीचे गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने इस मामले में हार्ट अटैक की आशंका जताई है। मामला भोपाल के अयोध्या नगर का है। मृतक छात्र का नाम विवेक सोनी है, जो रीवा का रहने वाला था और भोपाल के TIT कॉलेज (टेक्नोक्रेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) से MBA कर रहा था। पढ़ें पूरी खबर ठंड में सिकुड़ जाती है ब्लड वेसल
सर्दियों में हार्ट और शरीर की ब्लड वेसल में सिकुड़न होती है। ब्लड वेसल में यह सिकुड़न शरीर को सर्दी से बचाने के लिए जरूरी गर्मी देने के लिए होती है। ऐसा हीट एब्जोर्व कंडीशन के कारण होता है। ब्लड वेसल में सिकुड़न होने के कारण हार्ट को ब्लड पंप करने में ज्यादा ताकत लगती है। इस स्थिति में जिन लोगों के हार्ट की कोरोनरी आरटरी में थोड़ा भी ब्लॉकेज होता है, उन्हें हार्ट अटैक अथवा कार्डियक अरेस्ट हो जाता है। ठंड में गर्मी की अपेक्षा ब्लड थोड़ा गाढ़ा हो जाता है। ब्लड में यह गाढ़ापन, व्यक्ति की मेटाबॉलिक प्रोसेस के तहत होता है। खून के गाढ़ा होने का असर ब्लड सर्कुलेशन पर होता है। इससे व्यक्ति को ब्लड प्रेशर की शिकायत शुरुआत में होती है। मरीज जब तक ब्लड प्रेशर के उतार – चढ़ाव को समझने की कोशिश करता है? तब तक संबंधित को हार्ट अटैक हो चुका होता है। पढ़ें पूरी खबर