जैम पोर्टल के विरोध में सोमवार को सरपंच संघ ने अनोखा प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में सरपंच जिला पंचायत दफ्तर पहुंचे और सीईओ के चैंबर के बाहर ढोल मजीरे बजाकर विरोध जताया। सरपंच संघ का कहना है कि ग्राम पंचायतों में चल रहे निर्माण कार्यों में जेम पोर्टल की अनिवार्यता समाप्त की जाए। सरपंच संघ टीकमगढ़ के ब्लॉक अध्यक्ष सरदार सिंह यादव ने बताया कि सरपंच पहले से ही काफी समस्याओं से परेशान है। इस बीच जिला पंचायत सीईओ नवनीत धुर्वे ने जेम पोर्टल का आदेश कर 15वें वित्त की राशि पर रोक लगा दी है। ज्यादातर पंचायत में निर्माण कार्य हो चुके हैं। मजदूर और सामग्री वाली एजेंसियां परेशान कर रही हैं। जेम पोर्टल के लिए आज तक न सरपंचों को प्रशिक्षण नहीं दिया गया। न ही पासवर्ड के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई गई। ऐसी स्थिति में जो निर्माण कार्य हो चुके हैं और एजेंसिया जेम पोर्टल पर पंजीयन नहीं है। उनका पहले की तरह भुगतान के लिए समय दिया जाए। सरपंच संघ ने जिला पंचायत सीईओ से जेम पोर्टल की अनिवार्यता वाला आदेश वापस लेने की मांग की। ताकि अब तक हो चुके निर्माण कर का संबंधित एजेंसियों को भुगतान किया जा सके। साथ ही सरपंच सचिव को जेम पोर्टल के बारे में प्रशिक्षण देने की मांग की। अधिकारियों पर लगाए कमीशन मांगने की आरोप सरपंच संघ के राष्ट्रीय सचिव महेंद्र सिंह ने बताया कि जेम पोर्टल की अनिवार्यता के आदेश का कुछ अधिकारी गलत उपयोग कर रहे हैं। आदेश की आड़ में कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा कई सरपंचों से निर्माण कार्य में कमीशन की बात कह रहे हैं। उन्होंने जेम पोर्टल की अनिवार्यता का आदेश निरस्त करने की मांग की। इस मौके पर संघ के जिला संयोजक पुष्पेंद्र यादव, बल्देवगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष सोनू तिवारी, पुष्पेंद्र जैन, मानसिंह लोधी, कमलेश अहिरवार सहित बड़ी संख्या में सरपंच मौजूद रहे।