बालाघाट। बालाघाट-सिवनी संसदीय क्षेत्र को फोर लेन मार्ग के लिए प्रदेश सरकार ने अनुपूरक बजट में 156 करोड़ रूपए का बजट दिया है। जिससे बालाघाट-सिवनी मार्ग, एनएच 44 ख्वासा-सिवनी मार्ग की तरह बनेगा। दरअसल, जबलपुर और भोपाल को जोड़ने वाला बालाघाट-सिवनी मार्ग, काफी जर्जर हो गया है, जिससे ना केवल आवागमन में परेशानी हो रही है, बल्कि दुर्घटनाओं से असमय ही लोगों को काल-कवलित होना पड़ रहा है। दरअसल, संसदीय क्षेत्र के निर्वाचन के बाद सांसद भारती पारधी ने सदन में पहली बार बोलते हुए सबसे पहले, इस मार्ग के निर्माण को लेकर सदन में सड़क परिवहन मंत्री का ध्यानाकर्षण करवाते हुए बताया था कि बालाघाट-सिवनी, संसदीय क्षेत्र का महत्वपूर्ण मार्ग है, जो राजमार्ग 72 है, जिसे 2016 में राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया गया है, जो कान्हा और पेंच कॉरीडोर का हिस्सा है, जिसका निर्माण वनबाधा के कारण लंबित है, 90 किलोमीटर लंबे और लगभग साढ़े 5 मीटर चौड़े, इस मार्ग की जर्जर हालत और संकीर्णता के कारण, आवागमन में लोगों को परेशानियों और दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है, वहीं इससे व्यापारिक गतिविधियों पर भी विपरित प्रभाव पड़ रहा है। जिसे देखते हुए इसे एनएच 44, ख्वासा-सिवनी की तर्ज पर बाघो के संरक्षण के एि कॉरीडोर एरिए में साउंडप्रुफ ओवरब्रिज बनाकर, इसे पूर्ण किया जाए। संसद में सड़क का मुद्दा रखने के साथ ही सांसद भारती पारधी ने व्यक्तिगत रूप से सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत मुलाकात कर उन्हें सड़क निर्माण के लिए पत्र भी सौंपा था। जिसके परिणाम स्वरूप सरकार ने इस मार्ग के निर्माण के लिए अनुपूरक बजट में 156 करोड़ की राशि स्वीकृत की है, जिससे इस मार्ग का निर्माण अब पूरा हो सकेगा। जिससे ना केवल आवागमन में सुविधा होगी बल्कि व्यापारिक दृष्टिकोण से भी बालाघाट-सिवनी संसदीय क्षेत्र के लिए यह मार्ग, फायदेमंद साबित होगा। मध्यप्रदेश सरकार से बालाघाट-सिवनी मार्ग के फोर लेन के लिए 156 करोड़ रूपए की मिली स्वीकृति पर सांसद भारती पारधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह महत्वपूर्ण परियोजना बालाघाट-सिवनी के विकास में नया आयाम जोड़ेगी और हमारी क्षेत्रीय यात्रा को और अधिक मजबूत करेगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस मार्ग की तकनीकि स्वीकृति के बाद टेंडर निकालकर, इस मार्ग का पूर्ण कराया जाएगा।