टीकमगढ़ जिले के पलेरा थाना क्षेत्र के गौना गांव में हुई बुजुर्ग दंपती की हत्या के आरोपी को शुक्रवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसपी मनोहर मंडलोई ने दोपहर 2 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि मृतक दंपती के भतीजे ने ही अपने चाचा-चाची की हत्या दी थी। एसपी मनोहर मंडलोई ने बताया कि 17 दिसंबर को ग्राम गौना में अज्ञात आरोपी ने धारदार हथियार से विहारी लाल अहिरवार की हत्या कर दी थी। साथ ही उसकी पत्नी धनकू अहिरवार के साथ बेरहमी से मारपीट की थी। महिला को इलाज के लिए झांसी रेफर किया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। पलेरा थाना पुलिस ने धारा 103(1), 109(1) बीएनएस के तहत अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया था। एफएसएल, फिंगर प्रिन्ट और डॉग स्कवाड टीम ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की। अज्ञात आरोपी की तलाश के लिए तीन अलग अलग टीमों का गठन किया गया। इस दौरान मूलचंद्र उर्फ मुलुआ (34) पिता ऊदल अहिरवार निवासी ग्राम गौना को संदेह होने पर हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार किया। पैसों के लिए की चाचा की हत्या पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि मृतक बिहारीलाल अहिरवार और धनकू बाई अहिरवार उसके सगे चाचा चाची थे। आरोपी मूलचंद्र को यह जानकारी थी कि बिहारी लाल अहिरवार के पास नगद पैसा है, जो वह अपने घर पर रखे हैं। आरोपी ने अपने घर से कुल्हाड़ी लेकर मृतक के घर के बगल के रास्ते से घर के अंदर घुसकर बिहारीलाल और धनकू बाई अहिरवार से पैसे मांगे। बिहारीलाल अहिरवार ने पैसे देने से मना किया तो आरोपी ने उस पर कुल्हाड़ी से जान से मारने की नियत से सिर पर कई वार किए। जिससे बिहारीलाल अहिरवार की मौके पर ही मौत हो गई थी और धनकू बाई अहिरवार गंभीर रूप से घायल होकर बेहोश हो गई थी। 70 हजार रुपए और कुल्हाड़ी बरामद आरोपी मूलचंद्र अहिरवार ने मृतक के घर से पेटी में रखे 70 हजार रुपए चुराए और मौके से फरार हो गया था। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से घटना में इस्तेमाल की गई कुल्हाड़ी और लूटे गए 70 हजार रुपए बरामद कर लिए हैं।