बड़वानी के कारंजा से अंजड़ नाका तक बन रहे डिवाइडर का निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है। इसके चलते बस स्टैंड से अंजड़ और सिलावद की ओर जाने वाले बसों और लोडिंग वाहनों के आवागमन को रोककर नवलपुरा बाईपास से डायवर्ट किया गया है। इसके बावजूद, लोडिंग वाहन बेरोक-टोक गुजर रहे हैं, जिससे जाम की स्थिति बन रही है। साथ ही, स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों की भीड़ के कारण हादसों का खतरा बढ़ता जा रहा है। वैकल्पिक मार्ग पर समस्या डिवाइडर कार्य की धीमी गति और वैकल्पिक मार्ग पर समस्याओं को लेकर लोग सोशल मीडिया पर नाराजगी जता रहे हैं। नगर पालिका ने मार्ग पर सूचना बोर्ड और बैरिकेड लगाए हैं, लेकिन ट्रक, ट्रॉले, डंपर और लोडिंग वाहनों पर पूरी तरह रोक नहीं लग पाई है। यह मार्ग पीजी कॉलेज, उत्कृष्ट विद्यालय, बालक-बालिका हायर सेकेंडरी स्कूल और कई कोचिंग संस्थानों के पास से गुजरता है, जिससे सुबह-शाम विद्यार्थियों की बड़ी संख्या में आवाजाही होती है। यात्रियों की परेशानी शहर के निवासी मनीष जैन ने बताया कि डिवाइडर का निर्माण धीमी गति से चल रहा है, जिससे वैकल्पिक मार्ग से आवागमन में दिक्कतें बढ़ गई हैं। यात्रियों को बस स्टैंड से नवलपुरा होकर लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। रात्रि में बस स्टैंड या गुरुद्वारे के पास ऑटो न मिलने पर महिलाओं की सुरक्षा पर भी खतरा बना हुआ है। हादसों का डर शहर के निवासी इमरान मंसूरी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि महेंद्र टॉकीज के पास का मार्ग पूरी तरह शैक्षणिक क्षेत्र है। यहां से हजारों विद्यार्थी प्रतिदिन गुजरते हैं, जिससे बड़े हादसे की आशंका बनी हुई है। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों से आग्रह किया है कि व्यवस्था को सुचारू करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। खस्ताहाल मार्ग शहर के नए बस स्टैंड से सिद्धेश्वर मंदिर तक का मार्ग खस्ताहाल हो चुका है। यह मार्ग पूरी तरह धूल-मिट्टी और गड्ढों से भर गया है। यहां से मरीज, विद्यार्थी, नर्मदा परिक्रमावासी और रहवासी आवाजाही करने को मजबूर हैं। नगर पालिका का जवाब नगर पालिका सीएमओ कुशल सिंह डुडवे ने बताया कि डिवाइडर का निर्माण कार्य जारी है, लेकिन लोडिंग वाहनों की आवाजाही की शिकायतें मिली हैं। इस पर संकेतन बोर्ड लगाया जाएगा, और यातायात पुलिस से कार्रवाई के लिए कहा जाएगा।