संगठन चुनाव की कवायद में जुटी भाजपा ने सतना जिले की 5 विधानसभाओं के 25 मंडल अध्यक्षों के नाम घोषित कर दिए। मंगलवार को देर रात सूची जारी होते ही इसका विरोध भी शुरू हो गया और कार्यकर्ताओं के असंतोष ने सियासी हलचल तेज कर दी। मंडल अध्यक्षों के चयन को लेकर निर्वाचन अधिकारी पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। भाजपा के जिला निर्वाचन अधिकारी चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी ने सतना के 25 मंडलों के अध्यक्षों के नामों की बहुप्रतीक्षित सूची मंगलवार को देर रात जारी की। सूची के अनुसार चित्रकूट विधानसभा में रमेश सिंह धुर्वे चित्रकूट, कामता यादव बरौंधा, प्रमोद द्विवेदी बिरसिंहपुर, मनीष त्रिपाठी जैतवारा एवं विनीता शिवहरे को मझगवां मंडल अध्यक्ष बनाया गया है। बताया जाता है कि विनीता चित्रकूट और रमेश सिंह धुर्वे मझगवां मंडल के हैं। विनीता की उम्र भी 45 वर्ष से अधिक है। लिस्ट में इनके नाम शामिल
रैगांव विधानसभा क्षेत्र में ओम सिंह रैगांव , आकांक्षा सिंह भरजुना ,धनन्जय सिंह सेमरवारा , अजय द्विवेदी कोठी एवं विष्णु पांडेय सिंहपुर के मंडल अध्यक्ष बनाए गए हैं। नागौद विधानसभा क्षेत्र में पुलकित टंडन नागौद , अनुराग सिंह उचेहरा , राघवेंद्र कोल परसमनिया , प्रबल सिंह जसो , आशीष कुशवाहा अटरा एवं रजनीश लोधी को भरहुत मंडल का अध्यक्ष घोषित किया गया है। रामपुर बाघेलान विधानसभा क्षेत्र में संजय मिश्रा रामपुर बाघेलान ,जितेंद्र मिश्रा मौहारी कटरा , मृगेंद्र सिंह परिहार सज्जनपुर एवं रामकृष्ण तिवारी कोटर के मंडल अध्यक्ष बनाए गए है। रामकृष्ण को रिपीट किया गया है जबकि मृगेंद्र सिंह परिहार को तीसरी बार सज्जनपुर का मंडल अध्यक्ष बनाया गया है। उनकी उम्र भी 47 वर्ष से अधिक हो चुकी है। सतना विधानसभा क्षेत्र के अटल बिहारी वाजपेयी मंडल में अरविंद मिश्रा, कुशाभाऊ ठाकरे मंडल में दीपेंद्र नाथ त्रिपाठी , दीनदयाल उपाध्याय मंडल में पूजा गुप्ता, बाबूपुर मंडल में अग्निवेश शुक्ला तथा श्यामा प्रसाद मुखर्जी मंडल में उत्तम बाल्मीकि के नाम की घोषणा मंडल अध्यक्ष के तौर पर की गई है। सबसे ज्यादा विरोध अध्यक्षों के नाम को लेकर
सबसे ज्यादा विरोध और कार्यकर्ताओं का असंतोष सतना विधानसभा क्षेत्र के मंडलों में अध्यक्षों के नाम को लेकर सामने आया है। बाबूपुर मंडल के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं का कहना है कि बाबूपुर मंडल का अध्यक्ष जिन अग्निवेश शुक्ला को बनाया गया है उनका नाम तक स्थानीय वोटर लिस्ट में नहीं है। वोटिंग के दौरान किसी पर्ची में उनका नाम भी नहीं था। उन्होंने कभी संगठन का काम नहीं किया और बड़ी बात यह कि मंडल स्तर के कार्यकर्ता उन्हें पहचानते तक नहीं है। बावजूद इसके अग्निवेश को मंडल की अध्यक्षी सौंपे जाने को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी गहरा गई है। ऐसा ही विरोध अटल बिहारी वाजपेयी मंडल में पूजा गुप्ता को अध्यक्ष बनाये जाने को लेकर भी है। मंडल चुनाव में वोटिंग करने वाले कार्यकर्ताओं का कहना है कि पूजा न तो दावेदारी करने आईं और न ही किसी पर्ची में उनका नाम था। किसी ने उनके नाम पर राय भी नहीं दी,पूजा के पिता ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में खुलेआम पार्टी का विरोध किया था। फिर भी पैराशूट अध्यक्ष बना कर निर्वाचन अधिकारी ने पूजा को लॉन्च कर दिया।