जिले की टिमरनी नगर परिषद पर सार्वजनिक हित की जमीन के दुरुपयोग करने का आरोप लगा है। नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष जायसवाल ने आरोप लगाया कि नगर परिषद को बस स्टैंड के लिए लीज पर मिली 66000 वर्ग फीट जमीन का उपयोग सार्वजनिक हित में न होकर निजी हित के लिए हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि उक्त जमीन पर नगर परिषद ने बस स्टैंड के लिए लगभग 40 लाख रुपए खर्च कर दिए। लेकिन, आज तक बस स्टैंड शुरू नहीं हुआ। लाखों रुपए की लागत से स्वामी विवेकानंद जी की मूर्ति लगा दी गई, जो धूल खा रही है। जायसवाल का आरोप- बस स्टैंड की भूमि का निजी उपयोग कर रही नपा पूर्व अध्यक्ष सुभाष जायसवाल ने जिले के वरिष्ठ अधिकारियों और नगरीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर नगर परिषद पर लीज की शर्तों के उल्लंघन की शिकायत भी की है।उन्होंने बताया कि पहले नगर परिषद में उक्त भूमि मेला लगाने के लिए दे दी थी। अब वहीं भूमि पिछले महीने से ब्रिज बनाने वाली एक कंपनी के ठेकेदार को दे दी है। जहां पर ठेकेदार ने बस स्टैंड की उक्त भूमि पर अपना स्टोर बना लिया है और अन्य सामग्री तथा मशीन रख दी हैं। जायसवाल ने आरोप लगाया कि नगर परिषद अध्यक्ष देवेंद्र भारद्वाज ने परिषद की स्वीकृति के बिना बिना अधिकारियों की सहमति के बिना मनमाने तरीके से उक्त भूमि को निजी उपयोग के लिए दे दी। जबकि, लीज की शर्तों में स्पष्ट उल्लेख है कि उक्त भूमि का उपयोग सिर्फ बस स्टैंड के लिए किया जा सकता है। सार्वजनिक हित के लिए उक्त भूमि शासन ने आवंटित की गई है, लेकिन नगर परिषद सार्वजनिक हित की अनदेखी करते हुए लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी बस स्टैंड आरंभ ना करते हुए व्यक्तिगत लाभ के लिए उपयोग कर रही है। कार्रवाई के लिए कलेक्टर को लिखा पत्र नगर कांग्रेस अध्यक्ष जायसवाल ने कलेक्टर सहित नगरी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर उक्त भूमि पर शीघ्र बस स्टैंड आरंभ करने की मांग की है। साथ ही नगर परिषद द्वारा मनमाने तरीके से किए जा रहे भूमि के उपयोग की जांच करने की मांग करते हुए दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।