झांसी लिंक रोड़ पर ग्रामीणों का चक्काजाम:बोले- खराब सड़क की धूल-मिट्टी से हो रही परेशानी, रोज हो रहे हादसे

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शिवपुरी जिले की कोटा पंचायत सहित आसपास के क्षेत्र के ग्रामीणों ने झांसी लिंक रोड़ पर प्रदर्शन कर चक्काजाम किया दिया। ग्रामीण चार साल से खराब पड़ी सड़क के रुके हुए निर्माण को शुरू कराने की मांग कर रहे थे। सभी ग्रामीणों ने 29 दिसंबर तक निर्माण कार्य शुरू नहीं होने पर 30 दिसंबर से धरने सहित चक्का जाम करने का अल्टीमेटम दिया। बता दें कि, शिवपुरी शहर के हवाई पट्‌टी से कोटा झांसी फोरलेन हाईवे को जोड़ने वाली 12.50 किमी की झांसी लिंक रोड पिछले चार साल से खराब पड़ी हैं। पहले रोड़ के चौड़ीकरण को लेकर मामला माधव नेशनल पार्क की वजह से अटका रहा। बाद में इसे सड़क निर्माण की स्वीकृति मिली थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि अनुमति का भुगतान नहीं होने की वजह से माधव नेशनल पार्क क्षेत्र में पार्क प्रबंधन द्वारा निर्माण कार्य नहीं करने दिया जा रहा हैं। इस सड़क का निर्माण कार्य एक साल पहले पीडब्लूडी के ठेकेदार द्वारा शुरू किया था। लेकिन, ठेकेदार द्वारा सड़क खोद दी, इसके बाद निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया। 9 पंचायतों के ग्रामीण परेशान बुधवार को ग्रामीणों ने इसे झांसी लिंक रोड़ पर उतरकर प्रदर्शन कर चक्काजाम कर दिया। कोटा पंचायत की सरपंच अनसुईया आदिवासी ने बताया कि खराब सड़क होने के चलते आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। इसकी शिकायत पिछले मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचकर दर्ज कराई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई हैं। यहां ठेकेदार के द्वारा खोदकर डाली गई सड़क से लोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। खराब सड़क के चलते कोटा पंचायत के साथ साथ हातोद, मझेरा, करई, सुरवाया, गढ़ीबरोद, खैरोना, डबिया और गंगोरा पंचायत के ग्रामीण सबसे ज्यादा परेशान हैं। लाेग बोले- नेता-प्रशासन नहीं दे रहे ध्यान स्थानीय निवासी जगजीत सिंह गिल ने बताया कि खराब सड़क की धूल से क्षेत्र में बुरा असर पढ़ रहा हैं। इस क्षेत्र में लोगों खांसी से निजात नहीं मिल पा रही हैं। इससे फसलों को भी नुकसान हो रहा हैं। बच्चों को स्कूल जाने में भी परेशानी हो रही हैं। पिछले एक साल से खोदी गई सड़क का दंश क्षेत्र की जनता भुगत रही हैं। इसके बावजूद नेता-प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। मलकीत सिंह ने बताया कि इस मार्ग से गुजरने वाले राहगीर आए दिन दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। वह खुद भी दुर्घटना का शिकार हो गए थे, उन्हें सर्जरी तक कराना पड़ी थी। चक्का जाम कर सड़क बैठे ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा भुगतान ना मिलने के कारण बताते हुए निर्माण कार्य को नहीं करना बताया जा रहा हैं। प्रशासन से भी शिकायत की, लेकिन सड़क निर्माण का कार्य भी शुरू नहीं हो सका हैं। ऐसे में अगर 29 दिसंबर तक सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ, तो 30 दिसंबर को विशाल धरना प्रदर्शन कर चक्काजाम किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। भुगतान ना होने के चलते लटका मामला जानकारी के अनुसार, सड़क निर्माण कार्य की अनुमति के लिए माधव नेशनल पार्क प्रबंधन राजी हो गया था। इस पर पीडब्ल्यडी विभाग को करीब 77 लाख रुपए देने थे। लेकिन, भुगतान नहीं होने के चलते पार्क प्रबंधन द्वारा अनुमति नहीं दी गई। वहीं ठेकेदार साढ़े 3 करोड़ का भुगतान अटका हुआ हैं। इसके चलते ठेकेदार द्वारा भी निर्माण कार्य रोका हुआ हैं। इस मामले लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि माधव नेशनल पार्क को भुगतान करने के बाद अनुमति मिलेगी। जल्द राशि आने पर सड़क निर्माण का कार्य शुरू कराया जाएगा।