दतिया जिला अस्पताल में शनिवार रात उपचार के दौरान एक विवाहिता की मौत हो गई। महिला ने साड़ी के फंदे से फांसी लगाई थी। जिसे परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया था। कोतवाली पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर रविवार दोपहर शव का पीएम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है। हालांकि महिला ने यह कदम क्यों उठाया है। इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है। पुलिस के मुताबिक, महिला पिछले 15 दिनों से मायके में रह रही थी। कस्बा उनाव के गांव घिसलनी निवासी संजय राजपूत की 30 वर्षीय पत्नी पिंकी ने यह कदम उठाया है। महिला झांसी के गांव चतार में अपने मायके में पिछले 15 दिनों से रह रही थी। यही उसने शनिवार दोपहर कमरे में साड़ी के फंदे से फांसी लगाई। परिजनों ने तुरंत महिला को फंदे से नीचे उतरा और भांडेर अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां से डॉक्टरों ने महिला को दतिया जिला अस्पताल रेफर किया। जहां महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई। एक साल से थी ब्रेन हेमरेज की बीमारी मृतका के भाई संदीप ने बताया कि, बहन 15 दिन से मायके में अपने दोनों बच्चों के साथ रह रही थी। जीजा पुलिस विभाग में सिपाही है, उसकी पोस्टिंग भोपाल में है। बहन को ब्रेन हेमरेज की बीमारी थी। जिनका पिछले एक साल से इलाज चल रहा था। मौके पर मौजूद सब इंस्पेक्टर अमित ओसारे ने बताया कि, महिला ने यह कदम क्यों उठाया है। इसका अभी खुलासा नहीं हुआ है। पीएम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है।