रतलाम जिला अस्पताल में सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार और डॉ. सीपीएस राठौर के विवाद ने तूल पकड़ लिया है। डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई व बर्खास्त करने की मांग को लेकर रतलाम में आज आदिवासी समाज के विधायक के समर्थन में एकत्रित होने की बात कही थी। विधायक ने प्रदर्शन में 4 राज्यों के आदिवासी समाजजनों से आने का आव्हान किया था। जबकि, इसके लिए जिला प्रशासन ने कोई अनुमति नहीं दी। इससे पहले सुबह करीब 11 बजे विधायक कमलेश्वर डोडियार समेत 20 लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। आंदोलन को लेकर पुलिस-प्रशासन सतर्क है। शहर के अंदर आने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग की गई है। इसके बाद आयोजन स्थल पर करीब 50 लाेग ही मौजूद है। आयोजन स्थल से विधायक गिरफ्तार बता दें कि, एक दिन पहले सिटी के बीच खेल मैदान नेहरू स्टेडियम में प्रदर्शन और सभा की तैयारी की जा रही थी। रात में प्रशासन की सख्ती के बाद स्थान बदल दिया गया। शहर से 5 किमी दूर रतलाम सैलाना रोड पर स्थित बंजली हवाई पट्टी पर स्थान तय किया गया था। लेकिन, यहां पर पहले से भारी संख्या में मौजूद पुलिस और जिला प्रशासन की सख्ती के चलते समाज जन एकत्र नहीं हो पाए। करीब 50 लोग एकत्र हुए थे, जिनके साथ विधायक कमलेश्वर बैठे। लेकिन एएसपी राकेश खाका समेत पुलिस ने बल उन्हें गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि, भारत आदिवासी पार्टी के सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार व जिला अस्पताल के डॉ. सीपीएस राठौर के बीच 5 दिसंबर को विवाद हो गया था। इसका वीडियो भी सामने आया था। डॉक्टर ने विधायक को अपशब्द कहे तो विधायक की भी डॉक्टर से तू-तू, मैं-मैं हो गई थी। इसके अगले दिन विधायक की रिपोर्ट पर डॉक्टर के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने भी विधायक के बर्ताव को लेकर थाने में शिकायत की थी। डॉक्टर को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े विधायक
इसके बाद विधायक डोडियार समेत चार लोगों पर अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज हो चुका है। अब डॉक्टर को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े हैं। इसी को लेकर रतलाम में उन्होंने बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी। विधायक ने बताया कि संविधान में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है। हम शांति पूर्ण प्रदर्शन करेंगे। सुबह 11 बजे आंबेडकर सर्कल पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। वहां से रैली के रूप में नेहरु स्टेडियम पहुंचेंगे। विधायक का कलेक्टर को पत्र, लिखा- हो सकती है अप्रिय घटना
विधायक ने कलेक्टर को पत्र लिख प्रदर्शन स्थल पर सभा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था, पीने का स्वच्छ पानी, चलित शौचालय, आंदोलन की ऑडियो-वीडियो रिकार्डिंग लगभग 20 कैमरे से अनिवार्य रूप से कराने, पुलिस मुख्यालय भोपाल से विशेष रूप से लगभग 500 बॉडी कैमरे एवं ड्रोन कैमरे से सभा स्थल पर रिकॉर्डिंग की मांग की। साथ विशेष सुरक्षा बल कंपनी तैनात करने को भी कहा। जिससे की प्रत्येक हलचल एवं किसी भी अप्रिय घटना की ऑडियो एवं वीडियो ग्राफी पूर्ण हो सके। विधायक ने पत्र में लिखा कि मैं भारत आदिवासी पार्टी का एक मात्र निर्वाचित पार्टी का विधायक हूं। कुछ असामाजिक तत्व सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर एवं विरोधी पक्ष के लोग शांतिपूर्वक महा आंदोलन में व्यवधान उत्पन्न कर सकते हैं। सुरक्षा के लिए पर्याप्त बैरिकेडिंग व उक्त सारी व्यवस्था की जाए। विधायक के इसी पत्र के आधार पर जिला प्रशासन ने आंदोलन कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी है। विधायक का कहना है कि मैंने अनुमति मांगी ही नहीं। मैंने तो व्यवस्थाओं को लेकर लेटर लिखा है। आंदोलन सख्ती से होगा। समर्थकों ने देर रात तक की तैयारी
आंदोलन को लेकर विधायक के समर्थक व आदिवासी समाज के पदाधिकारी तैयारियों में जुट गए। नेहरु स्टेडियम में झंडे लगाए गए। आंदोलन में अन्य राज्यों के भारत आदिवासी पार्टी के सांसद, विधायक भी शामिल होंगे। विधायक ने भी वीडियो जारी कर कहा कि किसी को गुमराह होने की जरूरत नहीं है, आंदोलन होगा। आंदोलन को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैयारी में जुट गया था। आयोजन स्थल के बार बैरिकेड्स व स्टॉपर लगाए गए। एसपी अमित कुमार ने पुलिस अधिकारियों की बैठक भी ली थी। दो दिन पहले कलेक्टर से कहा था- तेरे बाप का राज है क्या? सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वे कलेक्टर को लेकर कह रहे हैं कि ‘तेरे बाप का राज है क्या? कुछ भी ऑर्डर निकाल देगा। जिला तेरे इशारे पर नहीं, कानून के हिसाब से चलेगा।’ विधायक डोडियार ने कलेक्टर राजेश बाथम के जाति प्रमाण पत्र पर भी सवाल उठाए। कहा कि ‘हमें ये जानकारी मिली है कि उनका एससी का, शेड्यूल कास्ट का सर्टिफिकेट फर्जी में लगा रखा है।’ पूरी खबर पढ़िए…