प्रदेश में पचमढ़ी के बाद रायसेन सबसे ठंडा:रात का तापमान 3.6 डिग्री पर पहुंचा, खुले मैदान और सब्जी के बगीचों में पेड़ पौधों पर ओस जमी

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रायसेन में रात का तापमान 3.6 डिग्री पर आ गया। इस सीजन में यह पहली बार था जब तापमान इतना नीचे आया हो। प्रदेश में पंचमढ़ी के बाद रायसेन शहर सबसे ठंडा है। बर्फीली हवाओं से दिन और रात के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। दो दिन में ही रात का तापमान 6 डिग्री गिरा है जो 9 डिग्री से गिरकर 3.6 डिग्री पर आ गया है। दिन के तापमान में भी 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है जो 22 डिग्री दर्ज हुआ है। तेज ठंड के चलते बुधवार सुबह खुले मैदान और सब्जी के बगीचों में उसकी बूंदे बर्फ की तरह जमी रही। ठंड से बचने के लिए जगह-जगह लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए। मौसम विभाग का अनुमान मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अगले पांच दिनों में आसमान साफ रहने का अनुमान है। दिन और रात के तापमान में गिरावट का अनुमान है। हवा की दिशा पहले उत्तर-पूर्व एवं उत्तर से रहेगी। हवा की गति 8 से 9 किमी प्रति घंटा रहने की संभावना है। बरतें ये सावधानियां शीतलहर के संपर्क में आने पर अंगों में संवेदन शून्यता, सफेदी या पीलापन असर दिखाई दे तो डॉक्टर से संपर्क करें। हाथ पैर की अंगुलियों कान की लौ तथा नाक की ऊपरी सतह का ध्यान रखें। शीतलहर के प्रभाव से हाइपोथर्मिया हो सकता है। कंपकंपी, बोलने में दिक्कत, अनिद्रा, मांसपेशियों में अकड़न, सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। ऐसा होने पर डॉक्टर के पास जाएं। शरीर में गर्माहट बनाए रखने के लिए अपने सिर, गर्दन, पैर की अंगुलियों को अच्छे से ढकें, गर्म कपड़े पहनें, जितना संभव हो घर के अंदर ही रहें। किसानों के लिए सलाह
शीतलहर के दौरान फसलों की हल्की सिंचाई करें। स्प्रिंकलर सिंचाई से शीतलहर का प्रभाव कम किया जा सकता है। पौधों के मुय तने के पास मिट्टी को काली या चमकीली प्लास्टिक शीट, घांस से ढंके। पाला पड़ने की स्थिति में खेत के आस-पास धुआं करें।