कांग्रेस पार्षदों ने किया परिषद की बैठक का बहिष्कार:वार्डों के लिए बजट आवंटन नहीं होने से नाराज, मांग रहे थे जानकारी

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बैतूल में बुधवार को नगरपालिका परिषद की सामान्य सभा की बैठक का कांग्रेस पार्षदों ने बहिष्कार कर दिया। वे बैठक में रखे गए एजेंडे पर चर्चा से पहले सभी वार्डों के लिए आवंटित बजट की सूची पेश करने की मांग कर रहे थे। इसको लेकर हुई बहस के बाद सभी कांग्रेस पार्षदों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया। यह बैठक हर तीन माह में आहूत की जाती है। बुधवार को आयोजित बैठक में 27 बिंदुओं पर चर्चा होना था, लेकिन इस पर पक्ष विपक्ष चर्चा शुरू कर पाता, उससे पहले ही कांग्रेस पार्षद और नेता प्रतिपक्ष राजकुमार दीवान ने खड़े होकर कांग्रेस पार्षदों की बजट आवंटन की जानकारी मांगना शुरू कर दिया। बैठक में मौजूद कांग्रेस के सभी 9 पार्षद भी उनके वार्डों में विकास कार्य न होने से अपनी नाराजगी जताते हुए बजट की कॉपी मांगते नजर आए। जब अध्यक्ष और सीएमओ ने एजेंडे के अनुरूप चर्चा किए जाने की बात की, तो कांग्रेसी पार्षद बैठक हाल से बाहर निकल गए। कांग्रेस पार्षदों के वार्डों से हो रहा भेदभाव नेता प्रतिपक्ष राजकुमार दीवान ने कहा कि ढाई साल से हम अपने बजट के लिए परेशान है। हमारे कांग्रेस के वार्डों में काम नहीं हो पा रहा है। हमारे वार्डों के लिए बजट दिया जाए। हमारे साथ भेदभाव क्यों हो रहा।दो-दो सालों से हमारे वार्डों की फाइलें पड़ी हैं। हम चाहते हैं कि 33 पार्षदों के सामने बजट की जानकारी रखी जाए कि कितना बजट वार्डों को दिया गया और क्या-क्या काम हो रहे हैं। इसकी जानकारी मिलने पर हम बैठक का हिस्सा बनने को तैयार थे, लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला, इसलिए बहिष्कार करना पड़ा। उस समय बजट का चार्ज देखने वाला लिपिक ही गायब था। सीएमओ बोले-एजेंडे पर चर्चा के बाद थे तैयार सीएमओ सतीश मटसेनिया ने बताया कि बैठक में भाजपा के सभी पार्षद मौजूद थे। कांग्रेस पार्षदों का कहना था कि एजेंडे पर बाद में चर्चा हो जो विषय वे बता रहे है उस पर पहले चर्चा हो। जबकि परिषद की बैठक एजेंडे पर विचार करने के लिए बुलाई जाती है। अध्यक्ष और मैंने कहा कि पहले एजेंडे पर चर्चा हो जाए उसके बाद उनके विषय पर चर्चा हो जाएगी। बजट की सूची बनी हुई है। हम इस पर चर्चा को तैयार हैं। इन बिंदुओं पर हुई चर्चा बैठक में 27 बिन्दुओं पर चर्चा की गई। समाचार लिखे जाने तक बैठक जारी थी, इस दौरान शहर की सफाई व्यवस्था और डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के टेंडर के लिए वित्तीय और प्रशासकीय स्वीकृति दे दी गई थी। जबकि वर्षों से मस्टर पर कार्यरत कर्मचारियों की मांगों पर भी विचार कर उनकी मांगे मान ली गई है। जबकि दो वाहन क्रय करने, ऑडिटोरियम के 8 दुकानें ग्रामीण स्व-सहायता समितियों को देने, कारगिल चौक से आंबेडकर चौक तक सड़क का नाम लाडो रखे जाने पर निर्णय हो चुका था। बैठक में अभिनन्दन सरोवर के पीछे हाट बाजार बनाने 9 करोड़ से ज्यादा के प्रस्ताव को भी हरी झंडी दे दी गई है। परिषद ने फैसला किया है कि अब बिजली कंपनी बिना परिषद की अनुमति के शहर में कोई पोल नहीं लगा सकेगी, इसके लिए उसे 5 हजार रुपए का शुल्क चुकाना पड़ेगा। ऐसा नहीं करने पर इसे पेनल्टी देनी होगी।।