इंदौर में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूलों के समय में परिवर्तन करने का निर्णय लिया है। इंदौर के प्रभारी कलेक्टर व निगम कमिश्नर शिवम वर्मा ने बताया कि स्कूलों के समय में बदलाव कर रहे हैं। पहली से आठवीं तक के स्कूल 9 बजे बाद ही शुरू होंगे। आदेश कुछ ही देर में जारी हो जाएगा। यह परिवर्तन तत्काल प्रभाव से लागू होगा। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह सभी शासकीय, अशासकीय और मान्यता प्राप्त विद्यालयों में इस आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। प्रशासन ने ये कदम ठंड के कारण बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उठाया है। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं से इंदौर भी जमने लगा है। मौसम विभाग ने आज से अगले चार दिनों तक इंदौर में शीतलहर की चेतावनी दी है। साथ ही कल पहली बार एक साथ शीतलहर (कोल्ड वेव) और शीतल दिन (कोल्ड-डे) भी घोषित किया। आज भी यही स्थिति बनी हुई है। दिन और रात के तापमान में लगातार गिरावट का दौर जारी है। विमानतल स्थित मौसम केंद्र के मुताबिक कल दिन का अधिकतम तापमान 22.1 डिग्री रहा, जो सामान्य से 7 डिग्री और परसों की अपेक्षा 0.8 डिग्री कम था। वहीं रात का न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री रहा, जो सामान्य से 4 डिग्री और परसों रात की अपेक्षा 0.1 डिग्री कम था। इस दौरान हवाओं की दिशा उत्तरी और उत्तर-पूर्वी रही। शीतलहर बनी हवाओं की अधिकतम रफ्तार 26 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंची, जिससे पूरा शहर कांपता नजर आया। सीजन का सबसे ठंडा दिन और रात रहे मंगलवार का दिन इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। वहीं कल की रात भी इस सीजन की सबसे ठंडी रात बन गई। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों तक ठंड से राहत के कोई संकेत नहीं हैं। भोपाल मौसम केंद्र ने कल जारी अपने पांच दिनों के पूर्वानुमान में इंदौर में 14 दिसंबर तक शीतलहर की चेतावनी दी है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 15 से दिन के तापमान में थोड़ी बढ़त देखने को मिलेगी।लेकिन रात का तापमान 10 डिग्री के नीचे ही बना रहेगा। 19 दिसंबर के बाद रात के तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन ठंड से बहुत ज्यादा राहत की उम्मीद नहीं है। पचमढ़ी में एक रात में 1.7 डिग्री गिरा पारा मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात पचमढ़ी में 1.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। एक रात पहले यह 3.5 डिग्री सेल्सियस था यानी एक ही रात में 1.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में भी तापमान नीचे आया है। यह भोपाल में 6.9 डिग्री, इंदौर में 8.6 डिग्री, ग्वालियर में 6 डिग्री, उज्जैन में 7.5 डिग्री और जबलपुर में 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी के अलावा रायसेन, गुना, उमरिया, मंडला और नौगांव में टेम्परेचर 6 डिग्री सेल्सियस के नीचे रहा। रायसेन में 4.8 डिग्री, गुना-उमरिया में 5 डिग्री, मंडला में 5.2 डिग्री और नौगांव में 5.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। दिसंबर के पहले पखवाड़े में ही कड़ाके की ठंड इस साल दिसंबर की सर्दी ने ट्रेंड बदल दिया है। पिछले 10 साल का रिकॉर्ड और ट्रेंड देखें तो दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कड़ाके की ठंड पड़ती रही है लेकिन इस बार पहले ही पखवाड़े में तेज सर्दी का असर है। भोपाल और इंदौर की रात तो पिछले 2 साल में सबसे ठंडी रही हैं यानी दिसंबर की ठंड का रिकॉर्ड टूट गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में बर्फ गिरने से सर्दी बढ़ी है। यहां जेट स्ट्रीम हवाएं भी तेजी से बह रही हैं। जिसका असर मध्य प्रदेश में देखने को मिल रहा है। उज्जैन-शाजापुर में भी चली कोल्ड वेव मंगलवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन और शाजापुर में सर्द हवाएं चलीं। वहीं, यहां कोल्ड डे भी रहा। दमोह, जबलपुर, सिवनी, नरसिंहपुर, सागर, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, आगर-मालवा, धार में भी कोल्ड वेव चली। बदले मौसम की वजह से सभी शहरों में दिन का टेम्प्रेचर लुढ़क गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 23.4 डिग्री, इंदौर में 22.1 डिग्री, ग्वालियर में 23.2 डिग्री, उज्जैन में 23.5 डिग्री और जबलपुर में 22.0 डिग्री रहा। प्रदेश में सबसे ठंडा पचमढ़ी रहा। यहां पारा 20.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी तरह बैतूल में 22.7 डिग्री, धार में 23.1 डिग्री, रायसेन में 22.4 डिग्री, रतलाम में 23.2 डिग्री, शिवपुरी में 25 डिग्री, दमोह में 24 डिग्री, खजुराहो में 23.8 डिग्री, नौगांव में 24 डिग्री, रीवा में 22.5 डिग्री, सागर में 23.4 डिग्री, सतना में 23 डिग्री, सीधी में 21.8 डिग्री, टीकमगढ़ में 23 डिग्री, उमरिया में 23.6 डिग्री और मलाजखंड में पारा 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।