मुनिश्री निर्णय सागर महाराज का राजधानी के चौक में प्रवेश:समाज और शासन को गोवंश की रक्षा के लिए कठोर कदम उठाना चाहिए : मुनि निर्णय सागर

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आचार्य विद्यासागर महाराज, आचार्यश्री समय सागर महाराज के शिष्य सागर महाराज का प्रताप जैन मंदिर से चौक जैन मंदिर की ओर बिहार हुआ। बस स्टैंड चौराहे पर आर्यिका दृढ़ मति माताजी सहित 13 आर्यिका माता ने परिक्रमा कर मुनि संघ की अगवानी की। यहां से गाजे-बाजे के साथ केसरिया ध्वज, पताकाओं के साथ शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होती हुई जैन मंदिर चौक पहुंची। यहां मूलनायक भगवान आदिनाथ की वंदना कर धर्मसभा शुरू की। यहां निर्णय सागर महाराज ने गौरक्षा के लिए समाज, शासन और प्रशासन से कड़े नियम बनाने के साथ आवश्यक कदम उठाने को कहा। आचार्यश्री के चित्र के सामने दीप प्रज्जवलन के साथ हुई धर्म सभा के पूर्व पंचायत कमेटी ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज बांगा एवं अन्य पदाधिकारी ने श्रीफल समर्पित कर मुनिश्री से शीतकालीन वाचना के लिए निवेदन किया। समाज के प्रवक्ता अंशुल जैन ने बताया कि अष्टद्रव्य से आचार्यश्री के गुणों की वंदना की। निर्णय सागर महाराज ने कहा कि मार्ग में विचरण के समय कई दुर्घटनाओं में गोवंश की क्षति पहुंचती है। गोमाता जीवनदायिनी है, इनकी रक्षा और सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शासन गोवंश का गोबर खरीदने के लिए राशि निर्धारित कर दे, जिससे गो-रक्षा हो सके। आर्यिका दृढ़मति माताजी ने कहा कि जो तप, त्याग, तपस्या में लीन होकर आत्मतत्वों में ली हैं, वही संसार में सबसे ज्यादा प्रसन्न है। जिसने स्वयं को जानकर स्वयं को स्वयं में खोज लिया वही मोक्ष मार्ग की ओर कदम बढ़ा सकता है। इस अवसर पर पंचायत कमेटी ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज बांगा, दिलीप मंगू, विपिन जैन, एमपीटी अशोक सराफ, संजय मुंगावली, हुकुमचंद जैन, ऋषभ जैन, नितेश मामा, अरविंद जैन, अमित सुपर सहित अनेक लोग मौजूद थे।