शहडोल में सत्ताधारी नेता से बदला लेने के लिए एक शख्स ने सड़क हादसे में घायल होने के दौरान फर्जी लूट की कहानी रच डाली। हालांकि उसकी कहानी बहुत देर तक टिक न सकी। कहानी में एक महिला के किरदार ने इस झूठे लूट की कहानी की पोल खोल कर रख दी। फर्जी लूट की घटना बनाने वाले शख्स को कोतवाली पुलिस ने समझाइश देकर छोड़ दिया है। जमीनी विवाद का बदला लेने के लिए रची झूठी कहानी जिले के कोतवाली अंतर्गत कल्याणपुर अंडर ब्रिज के पास 7 दिसंबर को राजू ढीमर पर धारदार हमला कर लूट की फर्जी घटना का भंडाफोड़ हो गया है। राजू अपने पड़ोस की एक महिला को बाइक में लेकर जा रहा था, जैसे ही कल्याणपुर अंडर ब्रिज के पास पहुंचा उसकी बाइक अनियंत्रित होकर पलट गई, बाइक में सवार महिला बेहोश हो गई और राजू के सिर पर गंभीर चोट आई। इस दौरान राजू ने दुर्घटना को लूट में तब्दील करने की योजना बनाई। वह पुरानी रंजिश (जमीनी विवाद) का बदला लेने के लिए इस घटना को लूट में तब्दील कर एक नेता पर लूट की घटना कराने का आरोप लगाते हुए अस्पताल पहुंचा। जहां अपने बयान पर राजू ने नेता शक्ति सिंह पर धारदार हथियार से हमला करवाकर लूट की घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया। हालांकि राजू के इस झूठी कहानी में घायल महिला की एंट्री हुई और उसने राजू के इस फर्जी लूट की घटना की पोल खोल दी। शहडोल कोतवाली थाना प्रभारी राघवेंद्र तिवारी ने बताया कि एक फर्जी लूट की घटना सामने आई थी। जिसकी बारीकी जांच की गई तो पता चला लूट जैसी कोई घटना हुई नहीं, बल्कि राजू ने रंजिशन बदला लेने के लिए सड़क हादसे के बाद लूट घटना को अंजाम देने की फर्जी कहानी रची थी, जिसका खुलासा हो गया है।