भोपाल में 6 दिसंबर को युवक का अपहरण उसकी पत्नी के दोस्त ने अपने साथियों के साथ मिलकर किया था। रविवार को पुलिस ने आरोपी और उसके 5 साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना कोलार के सर्वधर्म इलाके की है। दोपहर के समय हेमराज परते सैलून से शेव कराकर बाहर निकला था, तभी आरोपी उसे अर्टिगा कार (एमपी07-जेडएम-5735) में डालकर ले गए थे। डीसीपी जितेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया, ‘हेमराज की पत्नी पिंकी की ब्यावरा (राजगढ़) के रहने वाले गोलू पूर्विया से इंस्टा पर दोस्ती थी। दोनों बात करते थे। पिंकी ने जब बात करना बंद कर दिया, तो गोलू ने उसे पति को अगवा कर लेने धमकी दी थी।’ अर्टिगा से अपहरण, ब्यावरा में बदली कार
डीसीपी ने बताया, ‘6 दिसंबर को हेमराज के अपहरण की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की। सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले, तो अर्टिगा कार ब्यावरा की ओर जाती दिखी। इसकी जानकारी ब्यावरा पुलिस को दी गई। वहां की पुलिस ने राजगढ़ चौराहे पर इस कार को रोक लिया। कार में ड्राइवर बृजमोहन लोधा और सतीश सोंधिया मिले। इन्होंने पूछताछ में बताया कि हेमराज को गोलू, उसके साथी सत्या गुर्जर, रवि सोंधिया, अरुण सेन, घनश्याम लोधी, राहुल गुर्जर ले गए हैं। ब्यावरा से वे दूसरी कार (स्विफ्ट डिजायर) से निकल चुके हैं। इन सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वारदात में इस्तेमाल दोनों कारें भी जब्त की गई हैं।’ महिला पर साथ रहने का दबाव डालने का प्लान था
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि सब कुछ गोलू के कहने पर किया था। प्लानिंग थी कि हेमराज को बंधक बनाकर वीडियो कॉल पर पिंकी को दिखाया जाता। इसके बाद पति को छोड़ने के बदले उस पर गोली के साथ रहने के लिए दबाव बनाया जाता। इससे पहले ही पुलिस एक्टिव हो गई। लगातार दबिश से घबराकर उन्होंने 6 दिसंबर की की शाम को ही हेमराज को ब्यावरा बस स्टैंड के पास छोड़ दिया था। हत्याकांड में फरार चल रहा था हेमराज
दो साल पहले बागसेवनिया में होलिका दहन के दौरान हुए विवाद में युवकों ने एक युवक की हत्या कर दी थी। इस मामले में हेमराज आरोपी था, तब से ही फरार चल रहा था।