शनिवार को जिले में वन और राजस्व विभाग के अधिकारियों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें भारतीय वन अधिनियम 1927 और वन प्रबंधन से जुड़ी जरूरी प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई। कार्यक्रम का उद्देश्य वन क्षेत्रों के संरक्षण और प्रबंधन के कार्यों में तेजी लाना था। कार्यशाला में सेवानिवृत्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक रमेश कुमार श्रीवास्तव, कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा, और वन मंडलाधिकारी बेनी प्रसाद दोतानिया ने अधिकारियों को मार्गदर्शन दिया।कार्यशाला में भारतीय वन अधिनियम की धारा 4 से 19 तक के नियमों पर चर्चा की गई। समन्वय और समय बद्धता पर दिया जोर कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने कहा कि वन और राजस्व विभाग को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वन संरक्षण के कार्यों में पूरी सटीकता और समय बद्धता से काम करें। वन मंडलाधिकारी बेनी प्रसाद ने बताया कि जिन संरक्षित वन खंडों को अभी तक अधिसूचित नहीं किया गया है, उन्हें जल्द से जल्द अधिसूचित किया जाएगा। कार्यशाला में जिले के एसडीएम, राजस्व अधिकारी और वन विभाग के अधिकारी शामिल हुए। उन्होंने नियमों को समझा और वन प्रबंधन के कार्यों को तय समय में पूरा करने की प्रतिबद्धता जताई।