भोपाल ईडी ने 5 दिसंबर को सीहोर और इंदौर में छापामार कार्रवाई करते हुए बेनामी दस्तावेज और नकदी जब्त की है। प्रवर्तन निदेशालय ने सीहोर में मनोज परमार और उसके सहयोगियों के ठिकानों से कई बेनामी दस्तावेज जब्त किए हैं। ईडी अफसरों की टीम ने परमार के सीहोर और इंदौर स्थित चार ठिकानों पर छापा मार कर साढ़े तीन लाख रुपए भी फ्रीज किए हैं। ईडी भोपाल जोनल कार्यालय के अनुसार यह कार्यवाही पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के अंतर्गत की गई है। इसमें मनोज परमार और अन्य के मामले में प्रदेश के सीहोर और इंदौर जिलों में स्थित 4 परिसर पर पांच दिसम्बर को सर्चिंग अभियान चलाया गया। तलाशी के दौरान विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और अचल व चल संपत्तियां पाई गईं है। इन्हें जब्त कर लिया गया है। जब्त संपत्ति में बैंक बैलेंस भी शामिल है। रायपुर ईडी ने छग, एमपी में निवेश पर की कार्रवाई ईडी के रायपुर जोनल कार्यालय ने भी पांच दिसम्बर को 387.99 करोड़ रुपए की चल और अचल संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क करने की एक अन्य कार्रवाई की है। ईडी ने ये कार्रवाई महादेव सट्टा एप के प्रमोटर्स द्वारा छत्तीसगढ़ के साथ मुंबई और मध्यप्रदेश में भी निवेश की सूचना मिलने पर की थी। ईडी की जांच में पता चला है कि मॉरीशस स्थित कंपनी एफपीआई और एफडीआई के माध्यम से हरि शंकर टिबरेवाल से संबंधित मेसर्स टानो इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटी फंड द्वारा निवेश किया गया है। यह निवेश छत्तीसगढ़, मुंबई और मध्य प्रदेश में हुआ है। जिसमें अचल संपत्ति प्रमोटरों के नाम पर रखी गई है। ये महादेव ऑनलाइन बुक मामले में कई सट्टेबाजी ऐप, वेबसाइट, पैनल ऑपरेटर और प्रमोटरों के सहयोगी हैं। इस मामले में अब तक कुल 2295.61 करोड़ रुपए की कुर्की और जब्ती की गई है। मप्र में रायपुर ईडी ने कहां कार्रवाई की, इसका खुलासा नही ुहआ है।