सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार व जिला अस्पताल के डॉक्टर से विवाद के बाद सैलाना विधायक की एक ओर शिकायत सामने आई है। यह शिकायत सैलाना के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के प्रिंसिपल ने कलेक्टर से की है। इसके जरिए विधायक पर स्कूल में बेवजह हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है। लेटर में लिखा है कि सैलाना विधायक कमलेश डोडियार के आए दिन हस्तक्षेप के कारण विद्यालय का काम नहीं कर पा रहे हैं। प्रिंसिपल ने लेटर लिख कलेक्टर से मार्गदर्शन मांगा है। हालांकि यह लेटर 2 दिसंबर को लिखित में कलेक्टर के पास पहुंचा था। लेकिन विधायक का जिला अस्पताल में डॉक्टर के साथ हुए विवाद के बाद सामने आया है। स्कूल प्रिंसिपल नरेंद्र सिंह गंगवार का कहना है कि कलेक्टर स्कूल के चेयरमेन होने के साथ ही जिले के मुखिया भी है। इसलिए उनसे मार्गदर्शन मांगा है। कलेक्टर राजेश बाथम ने बताया कि प्रिंसिपल का लेटर मिला है। आगामी जो भी कार्रवाई होगी की जाएगी। विद्यार्थियों के साथ धरने पर बैठे चुके हैं विधायक
13 नवंबर को सैलाना के एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूल के विद्यार्थी कलेक्टर से मिलने से पैदल निकल गए थे। सभी स्कूल से 400 मीटर दूर पहुंचे ही थे कि सैलाना एसडीएम मनीष जैन ने सभी को रोककर समस्या सुनी। इसके बाद 8 दिन में निराकरण का आश्वासन मिलने के बाद सभी स्कूल गेट पर पहुंचे थे। इसी दौरान सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार भी पहुंच गए थे। विद्यार्थियों के साथ स्कूल गेट पर धरने पर बैठ गए। विद्यार्थियों की समस्याओं को लेकर स्कूल प्रिंसिपल से भी उन्होंने सवाल-जवाब किए। विधायक के सामने ही छात्रों ने एसडीएम को हॉस्टल में आ रही समस्याओं को बताया। मौके पर जनजातीय विकास विभाग की आयुक्त रंजना सिंह को बुलाया गया था। उन्हें भी विद्यार्थियों ने अपनी समस्या बताई थी। विधायक बोले विद्यार्थियों की काफी समस्या है
सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार ने दैनिक भास्कर को बताया कि पिछले माह छात्राएं स्कूल की समस्याओं को लेकर सैलाना से पैदल चल रतलाम कलेक्टर से मिलने जा रही थीं। मैंने उन्हें रोक कर समस्या सुनी। उनके साथ धरने पर बैठे विद्यार्थियों की 25 मांगों का ज्ञापन दिया था। सत्र पूरा होने वाला है लेकिन आवासीय विद्यालयों में सुविधाओं की काफी कमी है। बच्चों के सोने के लिए पलंग नहीं है। पानी व बिस्तर की सही व्यवस्था नहीं है। तेल, साबुन भी नहीं है। खाना भी घटिया क्वालिटी का मिलता है। ज्ञापन देने के बाद आज तक एक भी समस्या का निराकरण नहीं हुआ। प्रिंसिपल को समस्याओं के निराकरण के लिए कहा था कहते है जो बजट आया था उसके अनुरूप काम कर दिया। मेरे द्वारा लेटर लिख प्रिंसिपल से शासन से आए बजट व क्या-क्या काम किया और उनके बिल राशि की जानकारी मांगी गई। सुविधाओं के नाम पर बच्चों का पैसा खा रहे हैं। इसलिए अब वह लेटर लिख कर बेवजह हस्तक्षेप का आरोप लगा रहे हैं। आदिवासी बच्चों के लिए मेरी लड़ाई जारी रहेगी। चाहे कुछ भी आरोप लगाए जाए। एसपी से मिले डॉक्टर, सुरक्षा बढ़ाने की मांग
जिला अस्पताल के डॉक्टर सीपीएस राठौर व सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार के बीच हुए विवाद का मामला उलझता जा रहा है। जिला अस्पताल के डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ शनिवार दोपहर एसपी अमित कुमार से मिले। विधायक के व्यवहार को गलत बताया। डॉक्टरों ने गुरुवार रात हुए घटनाक्रम बताया। एसपी को बताया हॉस्पिटल में कुछ नकाब पहनकर घूम रहे हैं। डॉक्टरों पर खतरा बना हुआ है। एसपी ने हॉस्पिटल में आकर व्यवस्था देखने की बात कही।