उमरिया जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर स्मार्ट सिटी चंदिया के महुआर मोहल्ले में रहने वाली एक चार साल की बच्ची अजीब किस्म की बीमारी से परेशान है। ऐसा नहीं कि उसका इलाज नहीं हो रहा है। परिचन चार साल से सरकारी अस्पतालों में उसका इलाज करा रहे हैं। लेकिन, हालत में कोई सुधार नहीं है। चंदिया के वार्ड क्रमांक 10 के महुआर मोहल्ले के धुमक्कड समुदाय के जय प्रकाश सिंह भी रहते हैं। इन्हीं की बेटी है असमा। जय प्रकाश सिंह बताते हैं कि तारीख तो उन्हें याद नहीं लेकिन 2020 में ठंड का मौसम था। बेटी सुबह होने पर उठ नहीं पाई। न उसे सुनाई देता है और न ही दिखाई। हम उसे डॉक्टर के पास ले गए। फायदा नहीं होने पर चंदिया, उमरिया, कटनी के अस्पतालों में इलाज कराया। बच्ची की स्थिति बिगड़ती जा रही है। बच्ची अब ना खडी हो पा रही है और न सुन पा रही है। उसे दिखना भी बंद हो गया है। जय प्रकाश कहते हैं कि आसमा 12 साल की हो गई है। आठ साल की थी तब वो बीमार पड़ी थी। उस समय वो चौथी क्लास में पढ़ती थी। डाक्टरों के और अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं। बीमारी कौनसी है इसके बारे में हमे कुछ नहीं पता। आठ सदस्यों का परिवार है
चंदिया में जयप्रकाश का परिवार रहता है। सभी लोग भीख मांगकर गुजारा करते हैं। जयप्रकाश के परिवार में आठ सदस्य हैं। पत्नी अफसाना बाई,आसमा 12 वर्ष, निगाहें 9 वर्ष, अनुराग 7 वर्ष, जासमीन 5 वर्ष, चिराग 3 वर्ष, आसमीन 2 माह है। आसमां परिवार की बड़ी बेटी है। परिवार के बाकी सदस्य स्वस्थ्य है। आसमां के परिवार को आसमां की बीमारी से जुड़े हुए कोई लक्षण नहीं है। इनका कहना है
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन और हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. केसी सोनी ने बताया कि लक्षण के अनुसार मस्कुलर डिसआर्डर हो सकता है। अभी मरीज को नहीं देखा है। देखने के बाद और जानकारी दूंगा। सीएमएचओ डॉ एसबी चौधरी ने बताया की बच्ची के इलाज के निर्देश दिए गए हैं। लापरवाह कर्मचारियों पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। अभी बच्ची का इलाज जरूरी है।